JNU: शुरू हुई शीतकालीन सेमेस्टर की कक्षाएं, प्रशासन ने कहा 5 हजार छात्रों ने कराया पंजीकरण
जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रो प्रमोद कुमार ने बताया कि अब तक शीतकालीन सेमेस्टर के लिए कुल 5 हजार छात्रों ने पंजीकरण करवा लिया है।
नई दिल्ली [राहुल मानव]। JNU: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में सोमवार से शीतकालीन सेमेस्टर की कक्षाओं को शुरू किया गया। इस सेमेस्टर के लिए पंजीकरण अभी 15 जनवरी तक जारी रहेगा। वहीं इन कक्षाओं का सोमवार को छात्र संघ समेत छात्रावास की फीस वृद्धि के खिलाफ आंदोलन कर रहे छात्रों ने बहिष्कार किया। इसका कुछ शिक्षकों ने भी समर्थन किया।
दूर हो गतिविधियां
वहीं जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रो प्रमोद कुमार ने बताया कि अब तक शीतकालीन सेमेस्टर के लिए कुल 5 हजार छात्रों ने पंजीकरण करवा लिया है। सभी डीन व विशेष केंद्रों के अध्यक्ष को व शिक्षकों व छात्रों को उन गतिविधियों से दूर होने के निर्देश दिए गए हैं जिससे अकादमिक कामकाज पर बाधा पहुंचती है। साथ ही उन्होंने ने जेएनयू शिक्षक संघ ने नाम अडवाइजरी जारी की है।
10 जनवरी के पत्र को नहीं मानेंगे जेएनयू शिक्षक
उन्होंने कहा जेएनयू शिक्षक ने हाल में अपनी गवर्निंग बॉडी की बैठक में फैसला लिया है कि वह प्रशासन के 10 जनवरी को जारी किए गए परिपत्र को नहीं मानेंगे जो संस्थान में सामान्य गतिविधियों के संचालन के लिए जारी किया गया था। शिक्षकों ने अकादमिक मूल्य के खिलाफ प्रशासन के साथ असहयोग करने की योजना बनाई है। रजिस्ट्रार की तरफ से जारी इस परामर्श में रजिस्ट्रार ने स्पष्ट किया है कि शिक्षकों का विश्वविद्यालय प्रशासन से असहयोग परिसर के हालात को सामान्य करने में बाधक बनेगा। इतना ही नहीं इसके माध्यम से यह संदेश भी जाएगा कि जेएनयू शिक्षक संघ विश्वविद्यालय को सही तरह से कार्य नहीं करने देना चाहता है।
परिसर में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं शिक्षक - शिक्षक संघ
जेएनयू शिक्षक संघ के पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की। मुलाकात की जानकारी देते हुए संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि हमने अधिकारियों के समक्ष स्पष्ट किया है कि शिक्षक परिसर में वह सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और वहां का माहौल अकादमिक गतिविधियों के लिए अनुकूल नहीं है। साथ ही इस दौरान कुलपति एम जगदीश कुमार को पद से हटाने की मांग को दोहराया गया।
पंजीकरण की गलत जानकारी दे रहा है प्रशासन : साकेत मून
जेएनयू प्रशासन की तरफ से अगले सेमेस्टर के लिए हुए पंजीकरण के आंकड़े को छात्रसंघ ने भ्रामक बताया है। छात्रसंघ के उपाध्यक्ष साकेत मून ने आरोप लगाते कहा कि पांच से छह चरणों में पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होती है। कई छात्रों ने प्रांरभिक चरणों की प्रक्रिया ही पूरी की है और किसी ने भी छात्रावास की बढ़ी फीस नहीं भरी है, लेकिन प्रशासन प्रारंभिक चरणों की पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने वाले छात्रों को शामिल कर कुल पंजीकरण का भ्रामक आंकड़ा जारी कर रहा है। प्रशासन गलत जानकारी दे रहा है।
वहीं उन्होंने आरोप लगाते हुए दावा किया है कहा कि प्रशासन ने 300 छात्रों का अकादमिक निलंबन किया हुआ है। जिसे वह नहीं खोल रहा है, इस वजह से भी कई छात्र प्रारंभिक पंजीकरण करने से पीछे हट गए हैं। वहीं साकेत ने बताया कि छात्रसंघ छात्रों से बात कर अपनी रणनीति में बदलाव कर सकता है।