JNU Violence : जेएनयू हिंसा मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, जानिए- क्या हैं आरोप
जेएनयू में हुई हिंसा के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर वो कौन थे जिन्होंने कैंपस में घुसकर हिंसा की? इधर पुलिस पर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। जेएनयू में हुई हिंसा के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। आखिर, वो कौन थे जिन्होंने कैंपस में घुसकर हिंसा की? इधर, पुलिस पर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं। न्यूज एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ जवाहर लाल विश्वविद्यालय में दंगा करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को लेकर एफआइआर दर्ज कर ली गई है। वहीं, अस्पताल में भर्ती 23 छात्रों को छुट्टी दे दी गई है। देवेंद्र आर्य, डीसीपी(दक्षिण-पश्चिम) ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने रविवार को जेएनयू हिंसा का संज्ञान लिया है और एक प्राथमिकी दर्ज की है। हमने जांच शुरू कर दी है। इसमें सोशल मीडिया और सीसीटीवी फुटेज जांच का हिस्सा होंगे।
जेएनयू में हुई हिंसा के बाद आईटीओ पर प्रदर्शन कर रहे छात्रों से दिल्ली पुलिस ने देर रात बात की। छात्रों ने पुलिस के सामने कई मांगें रखीं। छात्रों ने घायल लोगों के लिए तुरंत मेडिकल सहायता की मांग की है। साथ ही इस हमले में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार करने की अपील की गई है। पुलिस ने छात्रों को भरोसा दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और इस मामले में जल्द एफआइएस दर्ज होगी।
बता दें कि जेएनयू हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस पर छात्रों ने कई आरोप लगाए हैं। इनमें एक आरोप यह भी है कि पुलिस हिंसा के बाद कैंपस में देरी से पहुंचनी। छात्रों का कहना है कि काफी कॉल करने के बाद भी पुलिस काफी देरी से पहुंची और पहुंचने के बाद बाद भी हिंसा रोकने की कोई खास कोशिश नहीं की गई। हालांकि, पुलिस की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान इस बारे में नहीं दिया गया है। पुलिस का पूरा ध्यान अभी कानून-व्यवस्था को बनाए रखने पर है।
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से बात कर हिंसा पर तुरंत रिपोर्ट मांगी है। वहीं, मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) के सचिव ने जेएनयू के रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर और रेक्टर को अपने कार्यालय में बुलाया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) ने जेएनयू प्रशासन से पूरे घटनाक्रम को लेकर रिपोर्ट मांगी। साथ ही मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने जेएनयू में हुई घटना की निंदा की और छात्रों से परिसर में शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने ट्वीट किया, 'JNU में हुई हिंसा अत्यंत चिंताजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं परिसर के भीतर हुई हिंसा की निंदा करता हूं। मैं सभी विद्यार्थियों से विश्व विद्यालय की गरिमा और परिसर में शांति बनाए रखने की अपील करता हूं।'