जानिये- दिल्ली-NCR में बनने वाले जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से कितने यात्री करेंगे सफर
जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संभावित यात्रियों के मद्देनजर पांच राज्यों के 42 जिलों में सर्वे किया है।
नोएडा (जेएनएन)। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले हवाई जहाज के लिए सबसे अधिक यात्री दिल्ली-एनसीआर से मिलेंगे। हवाई अड्डे पर यात्रियों का अनुमान लगाने के लिए प्राइस वाटर कूपर (पीडब्ल्यूसी) ने पांच राज्यों के 42 जिलों में सर्वे किया है। सोमवार को एजेंसी ने इस सर्वे रिपोर्ट को यमुना प्राधिकरण चेयरमैन व मेरठ मंडलायुक्त डॉ. प्रभात कुमार के सामने रखा। एजेंसी मार्च के दूसरे सप्ताह में चेयरमैन को विस्तृत रिपोर्ट देगी।
गौतमबुद्ध विश्व विद्यालय में हुई बैठक में पीडब्ल्यूसी एजेंसी ने चेयरमैन को प्रस्तुतीकरण दिया। बैठक में जेवर हवाई अड्डे के शुरू होने से लेकर 2050 तक यात्रियों के अनुमान के आंकड़े रखे गए। इसके लिए एजेंसी ने दिल्ली समेत राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान में सर्वे किया।
जेवर हवाई अड्डे के डेढ़ सौ किमी के दायरे में आने वाले 42 जिलों में सर्वे कर यात्रियों की संख्या का अनुमान लगाया गया है। जेवर हवाई अड्डे के लिए 150 किमी का दायर कैचमेंट एरिया होगा। इसके आधार पर यह सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई है। बैठक में यमुना प्राधिकरण सीईओ डा. अरुणवीर ¨सह व ओएसडी शैलेंद्र भाटिया भी मौजूद रहे।
राज्य व उससे मिलने वाले यात्रियों का फीसद अनुमान
उत्तर प्रदेश- 26 फीसद
हरियाणा- 25 फीसद
राजस्थान- 05 फीसद
उत्तराखंड- 03 फीसद
शुरुआत में 60 लाख होंगे यात्री
इसके तहत अगर जेवर हवाई अड्डे से विमान सेवा का परिचालन 2022-23 में शुरू होता है तो शुरुआत में करीब साठ लाख यात्री होंगे। अगले दो साल में यात्रियों की संख्या बढ़कर 90 लाख, 2029-30 में दो करोड़ तीस लाख, 2035 तक करीब चार करोड़, 2040 तक छह करोड़ व 2045 तक आठ करोड़ व 2050 में दस करोड़ 25 लाख तक पहुंच जाएगी।
चेयरमैन यमुना प्राधिकरण व कमिश्नर मेरठ डॉ. प्रभात कुमार का कहना है कि जेवर हवाई अड्डे के निर्माण के लिए सभी औपचारिकताओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है। मार्च के अंत टीईएफआर तैयार हो जाएगी। जमीन अधिग्रहण का कार्य भी शीघ्र शुरू हो जाएगा। प्राधिकरण समयबद्ध तरीके से कार्यपूर्ण करेगा।