Jagran Forum 2021: उत्तर प्रदेश ने दिखाई डबल-इंजन सरकार की ताकत:- महेंद्र नाथ पांडेय
केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने उत्तर प्रदेश में पिछले चार वर्षों के दौरान रोजगार व अन्य क्षेत्रों में हुए विकास को केंद्र और राज्य सरकार के मिले-जुले प्रयासों की बेहतरीन मिसाल बताया है। दंगे में सरकारी संपत्तियों को हुई क्षति की वसूली की नीति बनाई है।
नई दिल्ली [संजीव कुमार झा]। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने उत्तर प्रदेश में पिछले चार वर्षों के दौरान रोजगार व अन्य क्षेत्रों में हुए विकास को केंद्र और राज्य सरकार के मिले-जुले प्रयासों की बेहतरीन मिसाल बताया है। दैनिक जागरण द्वारा आयोजित जागरण विमर्श, 2021 के तहत 'यूपी-एनसीआर: आशाएं और चुनौतियां विषय पर आयोजित गोष्ठी में पांडेय ने दंगा-फसाद रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उप्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की भी जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उप्र ने दंगे में सरकारी संपत्तियों को हुई क्षति की वसूली दंगाइयों से करने जो नीति बनाई है, उसका अनुसरण अब गैर-भाजपा शासित राज्य सरकारें भी करने लगी हैं।
आयोजन में इंडस्ट्री, रोजगार और कारोबारी सहूलियत पर बात करते हुए पांडेय ने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उप्र में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकारों के 'डबल इंजन से राज्य के उद्योगों और कारोबारियों को होने वाले फायदों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में योगी सरकार के आने के बाद कारोबारी सहूलियतों और निवेश आकर्षित करने के क्षेत्र में काफी काम हुआ है। पिछले चार वर्षों के दौरान 48,000 से अधिक स्टार्ट-अप्स ने काम शुरू किया, जिसमें उप्र अग्रणी है।
पांडेय के अनुसार, योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से देश की ईज आफ डूइंग बिजनेस की हालिया रैंकिंग में उप्र दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि कारोबार को जब सरकार का समर्थन मिलता है तो वह कैसे फलता-फूलता है, वह उप्र ने पिछले चार वर्षों में दिखाया है। प्रदेश में रोजगार और कारोबार का केंद्र रहे एनसीआर क्षेत्र में पिछले सभी मुख्यमंत्री महज मिथक के चलते कदम तक नहीं रखना चाहते थे, जिसका खामियाजा भी इस क्षेत्र को भुगतना पड़ा। लेकिन, सीएम योगी ने न सिर्फ इस मिथक को तोड़ा है, बल्कि लगातार यहां आते रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इंस्पेक्टर राज और सरकार राज का खात्मा करने के लिए अनुपयोगी हो चुके कानूनों को खत्म करने की जो पहल की, उसका भी उप्र ने भरपूर फायदा उठाया, जिसका सकारात्मक असर प्रदेश में बढ़ रही कारोबारी गतिविधियों में झलक रहा है। पीएम आवास योजना के तहत भी 2017 से पहले की सरकार में महज 1.6 लाख आवास पंजीकृत और सिर्फ 30,000 वितरित हुए। वर्ष 2017 में योगी सरकार के आने के बाद 42 लाख आवास पंजीकृत हो चुके हैं। एक जिला-एक उत्पाद के तहत भी अब तक लगभग 25 लाख लोगों को रोजगार मिल चुका है।
ब्राह्मण कोई जाति नहीं, बल्कि विचारधारा
उप्र में अगले छह महीनों में विस चुनाव होने हैं और सपा व बसपा जैसी पार्टियों ने ब्राह्मण मतदाताओं को लुभाने की कवायद शुरू की है। इस मोर्चे पर भाजपा क्या कर रही है, इस बारे में पूछे गए एक सवाल पर पांडेय का कहना था कि ब्राह्मण कोई जाति नहीं, बल्कि एक विचारधारा है। पीएम मोदी अक्सर अपने भाषणों और वक्तव्यों की शुरुआत ही किसी श्लोक, वेदमंत्र या ऋचाओं से करते हैं, क्योंकि इसका संबंध हमारे जीने के ढंग से है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में किसी जाति विशेष पर फोकस करने का विचार अपने आप में गलत है।