'बच्चों को अवश्य दें कानून की जानकारी, नहीं होती है सही व गलत की समझ'
राणा का कहना है कि अक्सर होता यही है कि बच्चों व युवाओं को कानून के बारे में जानकारी नहीं होती। अपराधी बच्चों व युवाओं को टारगेट करते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। बच्चे और युवाओं का अपराध की दुनिया में कदम रखना उनके अभिभावकों के लिए परेशानी का कारण बनता ही है। साथ ही समाज के लिए भी यह घातक है। बच्चे व युवा अपराध की दुनिया में कदम न रखें, इसके लिए दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विशेष मुहिम शुरू की गई है।
कानून की बारीकियों से अवगत कराते हैं
इस बारे में प्राधिकरण के उत्तरी दिल्ली क्षेत्र के सचिव धीरेंद्र राणा ने बताया कि इस मुहिम के तहत स्कूलों के बच्चे तो रोहिणी जिला अदालत में आते ही हैं। कई बार हम लोग स्कूलों में जाकर बच्चों को कानून की बारीकियों से अवगत कराते हैं।
बर्बाद हो जाता है करियर
राणा का कहना है कि अक्सर होता यही है कि बच्चों व युवाओं को कानून के बारे में जानकारी नहीं होती। उन्हें इस बात की समझ नहीं होती कि कोई गलत काम करने से उनके भविष्य, परिवार व समाज पर क्या असर पड़ेगा। अनजाने में किया गया यह कार्य, उनके करियर को बर्बाद कर देता है।
मार्गदर्शन की जरूरत
इससे बचाने के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण बच्चों को कानून की जानकारी देता है। यह ऐसी उम्र होती है, जब बच्चों को सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है। उन्हें अपराध, कानून की समझ होगी तो निश्चित तौर पर वह गलत कार्य करने से पहले सोचेंगे।
आ रहे हैं सकारात्मक परिणाम
राणा का कहना है कि अपराध की दुनिया में पैर जमा चुके कई अपराधी इन बच्चों व युवाओं को ही टारगेट करते हैं। इनके माध्यम से वह अपराध करवाते हैं। इसको रोकने के लिए बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
उज्जवल रहे बच्चों का भविष्य
बच्चे अच्छा-बुरा में भेद समझने लगे हैं। राणा का कहना है कि इस बारे में अभिभावकों की भी जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अपराध, कानून आदि के बारे में भी बताएं जिससे बच्चों का भविष्य उज्जवल रहे।