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फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट में बेहतर काम करने वालों को सरकार करेगी सम्मानित

सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक सरकार ने प्रख्यात इंजीनियर व राजनेता रहे भारतरत्न एम. विश्वेश्वरैया के नाम पर आइसा-कर्नाटका विश्वेश्वरैया सोलर अवार्ड देगी।

By Edited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 06:05 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jul 2019 10:02 PM (IST)
फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट में बेहतर काम करने वालों को सरकार करेगी सम्मानित
फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट में बेहतर काम करने वालों को सरकार करेगी सम्मानित

जेएनएन [आदित्य राज]। Gurugram: गुरुग्राम पूरी दुनिया में सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक सरकार ने प्रख्यात इंजीनियर व राजनेता रहे भारतरत्न एम. विश्वेश्वरैया के नाम पर आइसा-कर्नाटका विश्वेश्वरैया सोलर अवार्ड देने का निर्णय लिया है। इसकी जानकारी प्रदेश सरकार ने आइएसए मुख्यालय को दे दी है।

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फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट के क्षेत्र में दिया जाएगा
यह अवार्ड हर साल दुनिया के एक देश को फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट के क्षेत्र में बेहतर करने को लेकर दिया जाएगा। हरियाणा सरकार द्वारा अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के नाम पर आइएसए-हरियाणा कल्पना चावला सोलर अवार्ड शुरू करने के  बाद कर्नाटक देश का दूसरा राज्य है, जिसने भी अवार्ड शुरू करने का निर्णय लिया है। पिछले कई महीने से इस बारे में बातचीत चल रही थी।

कर्नाटक सरकार आइएसए के खाते में जमा करेगी 10 करोड़
नियमानुसार कर्नाटक सरकार इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आइएसए) के खाते में अवार्ड के लिए दस करोड़ रुपये जमा कराएगी। इसका जो ब्याज आएगा उसमें से 75 प्रतिशत राशि अवार्ड के रूप में दी जाएगी। फिलहाल फ्लोटिंग सोलर के क्षेत्र में बेहतर करने वाले दुनिया के एक देश को हर साल अवार्ड देने का विचार है। वैसे बाद में दुनिया के देशों को चार भागों में बांटकर उनमें एक-एक देश को हर साल अवार्ड देने पर विचार किया जाएगा।

फ्लोटिंग सोलर के क्षेत्र में बेहतर हैं संभावनाएं
अवार्ड की राशि को चार भागों में बांट दिया जाएगा। आइएसए का मानना है कि अधिक अवार्ड देने से तेजी से सोलर एनर्जी के क्षेत्र में क्रांति आएगी। आइएसए का मानना है कि पूरी दुनिया में फ्लोटिंग सोलर के क्षेत्र में बेहतर संभावनाएं हैं। नदियों से लेकर झील तक में यह सुविधा आसानी से विकसित की जा सकेगी। उम्मीद है कि जागरूकता पैदा होने के बाद अधिकतर देश इस क्षेत्र में बढ़-चढ़कर कार्य करेंगे।

इस क्षेत्र में कर्नाटक सरकार बेहतर कर रही है। बता दें कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वर्ष 2015 के दौरान इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आइएसए) अस्तित्व में आया है। इसका मुख्यालय अपने देश में (गुरुग्राम में) होने की वजह से आइएसए का प्रयास है कि अधिकतर अवार्ड भारत के राज्यों से ही शुरू हों ताकि पूरी दुनिया को बेहतर संदेश दिया जा सके।

यह खुशी की बात है कि हरियाणा के बाद कर्नाटक सरकार ने भी सोलर अवार्ड देने के बारे में हरी झंडी दिखा दी है। इससे पूरी दुनिया में बेहतर संदेश जाएगा। दुनिया में संदेश जाएगा कि भारत सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए किस स्तर पर प्रयास कर रहा है। इस साल 30 अक्टूबर से दो नवंबर के बीच आइएसए का सम्मेलन दिल्ली में होगा। प्रयास होगा कि इस बार से ही अवार्ड दिए जाएं यह जानकारी उपेंद्र त्रिपाठी (महानिदेशक, इंटरनेशनल सोलर एलायंस) ने दी।

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