मिल गई लाजवाब तकनीक, खाना आज बनाओ; 2 साल बाद खाओ फिर भी रहेगा ताजा
खाद्य पदार्थों को लंबे वक्त तक ताजा रखने में आइक्यूएफ तकनीक काफी मददगार होती है। इसके जरिए समय की बचत होने के साथ ही ताजा भोजन का आनंद लिया जा सकता है।
नोएडा [पंकज मिश्रा]। खाद्य पदार्थों की कम समय में ही खराब हो जाने की समस्या अब बीते दिनों की बात हो गई है। इंडीविजुअल क्विक फ्रीजिंग (IQF) तकनीक खाद्य पदार्थों की सुरक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुई है। इस तकनीक के जरिये खाद्य पदार्थों को अधिकतम दो वर्ष तक सुरक्षित रखा जा सकता है। उक्त जानकारी देते हुए गुजरात की होलसम फूड्स के मैनेजिंग पार्टनर जीत हरपरा ने बताया कि आगामी वर्षों में आम घरों में इस तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिसके जरिये भोजन को लंबे समय तक ताजा रखने में मदद मिलेगी। इतना ही नहीं इसी के जरिये भारतीय व्यंजनों को यूएस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों में निर्यात किया जा रहा है।
गौरतलब है कि आज के भाग दौड़ भरे जीवन में लोगों के पास में समय की बहुत कमी है। ऐसे में अगर किसी तकनीक से लंबे वक्त तक खाद्य सामग्रियों को पकी हुई अवस्था में सुरक्षित रखने में मदद मिल जाये तो हर कोई इसे अपनाने में दिलचस्पी लेगा। यही वजह है कि आइक्यूएफ तकनीक को देश में न सिर्फ तेजी से अपनाया जा रहा है, बल्कि इसके जरिए लाखों करोड़ों का व्यवसाय भी किया जा रहा है।
गुजरात में आइक्यूएफ आधारित स्टार्ट अप शुरू करने वाले जीत हिरपरा व प्रशांत मिश्र की कंपनी का टर्न ओवर महज छह माह के अंदर एक करोड़ रुपये प्रति माह हो गया है। बकौल जीत आगामी समय इसी तकनीक का है, तमाम बड़े होटल संचालक व खाद्य निर्माता कंपनियां खाद्य पदार्थो को लंबे वक्त तक ताजा रखने के लिए आज इस तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं।
जीत हिरपरा (मैनेजिंग पार्टनर, होलसम फूड्स) का कहना है कि खाद्य पदार्थों को लंबे वक्त तक ताजा रखने में आइक्यूएफ तकनीक काफी मददगार होती है। इसके जरिए समय की बचत होने के साथ ही ताजा भोजन का आनंद लिया जा सकता है। अधिकांश बड़े होटल व बड़े खाद्य आउटलेट्स में इसका प्रयोग किया जा रहा है।
माइनस 40 डिग्री सेल्सियस रहता है तापमान
आइक्यूएफ तकनीक के तहत खाद्य पदार्थों को ताजा रखने के लिए इन्हें पकाने के बाद सीधे इन्हें माइनस 40 डिग्री सेल्सियस पर रख दिया जाता है। सबसे खास बात यह है कि इस तकनीक में किसी भी तरह के रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल नहीं किया जाता। जिससे इन्हें शत-प्रतिशत सुरक्षित माना जाता है। इन खाद्य पदार्थों में ज्यादातर तली भुनी वस्तुएं होती हैं, जिनमें मुख्यत: समोसा, इडली, सांभर, बर्गर टिक्की, स्प्रिंग रोल, पराठा, प्लेन मालाबार, दाल मखनी समेत अन्य वस्तुएं शामिल होती हैं।
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