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पैसे बचाने के साथ पर्यावरण को भी सहेज रहा है रेलवे, हो रहे हैं बड़े बदलाव

नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, हजरत निजामुद्दीन जैसे बड़े स्टेशनों के साथ ही दिल्ली व अन्य शहरों के छोटे स्टेशन भी अब एलईडी लाइट से जगमगा रहे हैं।

By Amit MishraEdited By: Published: Mon, 09 Apr 2018 04:29 PM (IST)Updated: Mon, 09 Apr 2018 10:12 PM (IST)
पैसे बचाने के साथ पर्यावरण को भी सहेज रहा है रेलवे, हो रहे हैं बड़े बदलाव
पैसे बचाने के साथ पर्यावरण को भी सहेज रहा है रेलवे, हो रहे हैं बड़े बदलाव

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। रेल प्रशासन अपने स्टेशनों और परिसरों में एलईडी लाइट लगाकर न सिर्फ बिजली खर्च में होने वाली राशि को कम कर रहा है बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है। इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए उत्तर रेलवे के सभी रेलवे स्टेशन, परिसर और कॉलोनी अब एलईडी लाइट से जगमगाने लगे हैं। इस पहल से कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में भी कमी आएगी।

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कम होगी बिजली की खपत 

नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, आनंद विहार, हजरत निजामुद्दीन जैसे बड़े स्टेशनों के साथ ही दिल्ली व अन्य शहरों के छोटे स्टेशन भी अब एलईडी लाइट से जगमगा रहे हैं। पिछले एक वर्ष में 62705 परंपरागत लाइटें बदली गई हैं। परंपरागत लाइटों को बदलने से प्रति वर्ष 11.23 मिलियन यूनिट कम बिजली की खपत होगी जिससे रेलवे को 8.33 करोड़ रुपये की बचत होगी। इससे सालाना 2462 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा।अधिकारियों ने बताया कि पूरे देश में रेलवे को प्रतिवर्ष लगभग 50 करोड़ रुपये की बचत होगी। वहीं, 60 हजार टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन घटेगा। इससे प्रदूषण से से जूझ रहे शहरों को राहत मिलेगी।

सौर ऊर्जा को दिया जा रहा है बढ़ावा

पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर ऊर्जा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है। इस समय उत्तर रेलवे द्वारा रेल परिचालन को छोड़कर अन्य कार्यों के लिए 323.04 मेगा यूनिट बिजली का उपयोग किया जाता है। इसके लिए प्रतिवर्ष 237.04 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ते हैं। सौर उर्जा के जरिये इसमें कमी लाने की कोशिश हो रही है। इसके लिए बड़े रेलवे स्टेशनों के साथ ही छोटे स्टेशनों, रेल इमारतों पर सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं।

कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 2.05 मेगावाट, पुरानी दिल्ली में 1.50 मेगावाट, हजऱत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर 0.70 मेगावाट और आनंद विहार टर्मिनल-0.80 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। इससे प्रतिवर्ष कुल 76.5 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन होगा, जिससे बिजली बिल में 421.4 लाख रुपये की बचत होगी। वहीं, प्रतिवर्ष 6,082 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन रोका जा सकेगा।

ऊर्जा संरक्षण के लिए प्रयास जारी 

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी नितिन चौधरी का कहना है कि ऊर्जा संरक्षण के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में रेल मंत्रालय ने 31 मार्च तक सभी रेलवे स्टेशनों व रेल परिसरों में एलईडी लाइट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया था। इस लक्ष्य को उत्तर रेलवे ने 25 मार्च को ही हासिल कर लिया था।

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