दिल्ली के प्रगति मैदान में शुरू हुए ट्रेड फेयर जाने की सोच रहे हैं तो जरूर पढ़ें ये खबर
मेला परिसर में पिछले काफी समय से निर्माण कार्य जोरों पर है। निर्माण कर रही कंपनी ने टीन शैड लगा रखे हैं, लेकिन धूल लगातार उड़ रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। अव्यवस्थाओं के बीच प्रगति मैदान में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला शुरू हो गया है। प्रगति मैदान में हर तरफ धूल उड़ रही है और उसके बीच मेला चल रहा है। मेला देखने आने वालों का स्वागत धूल से हो रहा है। दिल्ली के जहरीले वायु प्रदूषण को झेलते हुए मेला पहुंच रहे दर्शकों की मुसीबत प्रगति मैदान में उड़ती रेत और मिंट्टी और बढ़ा दे रहे हैं। आयोजकों को भी हालात संभालने में मशक्कत करनी पड़ रही है। वैसे, धूल-मिंट्टी को रोकने के लिए निर्माण स्थल पर शैड लगाए गए हैं और पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है, लेकिन यह नाकाफी साबित हो रहा है। क्योंकि लगभग आधे से ज्यादा मैदान में निर्माण हो रहा है। इस निर्माण कार्य की वजह से व्यापार मेले का दायरा भी काफी हद तक सिमट गया है। व्यापार मेले के स्थल पर निर्माण कार्य के चलते दूसरी सबसे बड़ी समस्या वाहन पार्किंग को लेकर आ रही है। क्योंकि मैदान में जगह बची नहीं है और ऐसे में लोगों को अपने वाहन सड़क पर ही खड़े करने पड़ रहे हैं। इसके चलते मैदान के चारो तरफ वाहनों की एक कतार लग गई है।
वायु प्रदूषण से निपटने के इंतजाम नाकाफी
मेला परिसर में पिछले काफी समय से निर्माण कार्य जोरों पर है। निर्माण कर रही कंपनी ने टीन शैड लगा रखे हैं, लेकिन धूल लगातार उड़ रही है। मेला आयोजकों ने पानी का छिड़काव करने के लिए ट्रालियां चला रखी हैं, लेकिन इससे हालात कुछ देर के लिए बदलते हैं और फिर से धूल उड़ने लगती है। धूल के बीच ही खाने-पीने के स्टॉल भी लगे हुए हैं, जहां माहौल ठंडा ही नजर आया। मेला परिसर में लोग मास्क लगाकर आ रहे हैं, जबकि यहां स्टॉल लगाने वाले ज्यादातर विदेशी मेहमान और अन्य प्रदेशों से आए व्यापारी भी पंडाल से बाहर आने में कतरा रहे हैं।
भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद के एक अधिकारी के मुताबिक मेला परिसर में धूल से निपटने के लिए पानी का छिड़काव व अन्य संसाधन प्रयोग किए जा रहे हैं। जो कमियां हैं, उन्हें दूर करने की पूरी कोशिश की जाएगी। वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण ब्यूरो के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के मौजूदा माहौल को देखते हुए मेले में हर तरह की एहतियात बरती जानी चाहिए। अगर कोई कमी पाई जाती है तो जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।
डीपीसीसी ने लगाया था पांच लाख जुर्माना प्रगति मैदान में निर्माण के दौरान नियम ताक पर रखने के चलते दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने पांच लाख रुपये के जुर्माना भी लगाया गया था। गत दो नवंबर को लगे इस जुर्माने के बाद निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा गया था, हालांकि, बाद में फिर से कार्य शुरू हो गया।