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'मेक-इन- इंडिया' पहल से दूसरा सबसे बड़ा फोन निर्माता देश बना भारत

4,915 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित नोएडा के प्लांट में वर्ष 2020 से सालाना 12 करोड़ मोबाइल फोन का निर्माण किया जाएगा।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Tue, 10 Jul 2018 11:30 AM (IST)Updated: Tue, 10 Jul 2018 04:29 PM (IST)
'मेक-इन- इंडिया' पहल से दूसरा सबसे बड़ा फोन निर्माता देश बना भारत
'मेक-इन- इंडिया' पहल से दूसरा सबसे बड़ा फोन निर्माता देश बना भारत

नोएडा [जागरण ब्यूरो]। 4,915 करोड़ रुपये के निवेश से निर्मित नोएडा के प्लांट में वर्ष 2020 से सालाना 12 करोड़ मोबाइल फोन का निर्माण किया जाएगा। अभी सैमसंग सालाना 6.8 करोड़ मोबाइल हैंडसेट बनाती है। कुल उत्पादन का 30 फीसद निर्यात किया जाएगा। साथ ही इससे भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता देश बन गया है और इस फैक्ट्री की मदद से भारत दुनिया के एक प्रमुख हैंडसेट निर्यातक के तौर पर स्थापित हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु के अलावा राष्ट्रपति मून के साथ दक्षिण कोरियाई प्रतिनिधिमंडल में शामिल अन्य उद्योगपति भी उद्घाटन के मौके पर शामिल थे। इनके बीच मोदी ने भारत को एक आकर्षक निवेश स्थल व सरकार की पारदर्शी नीतियों के बारे में बताया।

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मोदी ने कहा, ‘सैमसंग का यह प्लांट न सिर्फ मेक इन इंडिया को नई गति देगा, बल्कि दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ भारत के रिश्तों को नया आयाम भी देगा। साथ ही यह सभी उद्यमियों को खुला निमंत्रण है कि वह न्यू इंडिया के पारदर्शी माहौल का फायदा उठाने के लिए आगे आएं। भारत की नई अर्थव्यवस्था और बढ़ता मिडिल क्लास निवेश की असीम संभावनाओं से भरे हुए हैं।’ सैमसंग की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि कंपनी भारत में 70 हजार लोगों को सीधे तौर पर नौकरी दे रही है।

नोएडा में ही पांच हजार लोगों को रोजगार मिला हुआ है। इस नए विस्तार से सीधे तौर पर एक हजार लोगों को और रोजगार मिलेगा। मोदी ने कहा कहा कि इस प्लांट से यह भी साबित हो रहा है कि कोरिया की तकनीक और भारत का मैन्यूफैक्र्चंरग व साफ्टवेयर सपोर्ट से हम दुनिया के बेहतरीन उत्पाद तैयार करेंगे। यह दोनों देशों की ताकत भी है और साझी सोच भी।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट की तस्वीर

नारेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘विश्व स्तरीय दिल्ली मेट्रो में राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ सवार। हम नोएडा जा रहे हैं।’ फोटो में अक्षरधाम मंदिर का खूबसूरत नजारा भी दिखाई दिया। सफर के दौरान दोनों नेताओं ने विभिन्न स्टेशनों पर खड़े यात्रियों का अभिवादन स्वीकार किया। यमुना बैंक, मंडी हाउस, अक्षरधाम व मयूर विहार एक्सटेंशन समेत कई अन्य मेट्रो स्टेशनों पर प्रधानमंत्री को देखते ही लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोगों ने जमकर फोटो खींचे।

नोएडा फैक्ट्री में ही बनते हैं सैमसंग के सभी मॉडल

सैमसंग इंडिया अपनी नोएडा की मैन्यूफैक्र्चंरग यूनिट में ही अपने फ्लैगशिप मॉडल एस-9 समेत सभी तरह के हैंडसेट का निर्माण करती है। सैमसंग भारत में साल 2007 से ही मोबाइल फोन का निर्माण कर रही है। नोएडा के अलावा कंपनी की एक इकाई चेन्नई के नजदीक श्रीपेरंबुदुर में भी है। कंपनी ने पांच आरएंडडी सेंटर और एक डिजाइन सेंटर स्थापित करके अपनी लीडरशिप पोजीशन को और मजबूती दी है। कंपनी डेढ़ लाख से अधिक रिटेल आउटलेट और 3,000 कस्टमर सर्विस प्वाइंट्स के जरिये ग्राहकों को सेवा दे रही है। यह देश में किसी भी कंपनी द्वारा स्थापित सबसे बड़ा नेटवर्क है।

सैमसंग इंडिया के सीईओ एचसी हांग ने कहा कि कंपनी भारत की लंबी अवधि की सहयोगी है, और हम मेक इन इंडिया, मेक फॉर इंडिया के बाद अब मेक फॉर वर्ल्ड पर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि सैमसंग भारत को मोबाइल फोन के लिए ग्लोबल एक्सपोर्ट हब बनाने के सरकार के सपने को पूरा करेगी।

सैमसंग सब्जी से स्मार्टफोन तक

1938

ली ब्युंग चुल ने सैमसंग सैंघो कंपनी का गठन किया। यह फल, सब्जियों और मछलियों का निर्यात करती थी।

1969

सैमसंग-सन्यो इलेक्ट्रॉनिक्स की स्थापना। बाद में इसका नाम सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स हुआ।

1972

सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने पहला टीवी उतारा। कभी ब्लैक एंड व्हाइट टीवी की ऐसी दुर्दशा थी कि पत्रिकाओं के सब्सक्रिप्शन के साथ उन्हें मुफ्त दिए जाने के ऑफर होते थे। सैमसंग ने ऐसा टीवी बनाया जिसे दुनिया में कहीं भी आप लिविंग रूम में रखकर गर्व की अनुभूति कर सकते थे।

1974

ली ने हांकूक सेमीकंडक्टर कंपनी के 50 फीसद शेयर खरीदे। इस कदम को आत्मघाती कहा गया। शायद इसीलिए इसमें सैमसंग की जगह ली ने खुद के पैसों का निवेश किया। यहीं से सैमसंग का कायाकल्प होना शुरू हुआ।

1987

ली ब्युंग चुल की मौत हुई। उनके बेटे ली कुन ही सैमसंग समूह के चेयरमैन बने।

1988

कंपनी ने अपनी पहला मोबाइल फोन लांच किया। हालांकि एसएच-100 नामक यह फोन बाजार में पकड़ नहीं बना पाया।

1993

उत्पादों की खराब गुणवत्ता और निम्न ब्रांड इमेज से गळ्स्साए ली ने अपने अधिकारियों को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में जमा किया। शांत स्वभाव के ली होटल के कांफ्रेंस रूम में तीन दिन तक जोशीला भाषण देते रहे।

1994

कंपनी ने दुनिया की पहली 256 मेगाबिट डीरैम चिप बनाई।

1995

उत्पादों की खराब गुणवत्ता से झल्लाए ली ने 1.5 लाख फोन, फैक्स मशीन और अन्य उपकरणों को दक्षिण कोरिया में गुमी फैक्टरी में कर्मचारियों के सामने आग लगाने का आदेश दिया।

1998

कंपनी ने दुनिया का पहला डिजिटल टीवी लांच किया।

2006

कंपनी बोर्डियूक्स तकनीक वाला टीवी लांच कर दुनिया में टीवी का सरताज बनी।

2009

एंड्रायड से चलने वाला पहला फोन आइ 7500 बाजार में उतारा।

2011

पहला एंड्रायड फोन लांच करने के चार साल के भीतर ही कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्ट फोन निर्माता कंपनी बन बैठी।

टोकन खरीद मोदी व मून मेट्रो से पहुंचे नोएडा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन नोएडा में सैमसंग की नई यूनिट का उद्घाटन करने मेट्रो से पहुंचे। प्रधानमंत्री ने टोकन खरीदकर मेट्रो में सफर किया। ब्लू लाइन पर मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन तक करीब 26 मिनट के सफर के दौरान लोग प्रधानमंत्री की फोटो एवं सेल्फी खींचने को बेकरार दिखे।

दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता ने बताया कि आम दिनों की तरह ही प्रत्येक मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो रुकी। पीएम नरेंद्र मोदी और दक्षिणी कोरिया के राष्ट्रपति शाम 4.36 बजे ब्लू लाइन के मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन से मेट्रो में सवार हुए और शाम 5.02 बजे नोएडा के बॉटेनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन पर उतरे। उन्होंने टोकन खरीदकर आम लोगों के साथ यात्रा की। इस दौरान ब्लू लाइन के परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। मेट्रो प्रत्येक स्टेशन पर रुकते हुए गुजरी। 


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