UPSC Result: 10 वर्षों में जामिया के आरसीए से 230 अभ्यर्थियों ने यूपीएससी परीक्षा में की सफलता हासिल
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ) ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में इस वर्ष भी बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
नई दिल्ली [राहुल मानव]। जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआइ) ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में इस वर्ष भी बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जामिया की तरफ से यूपीएससी परीक्षा के लिए मुफ्त में कोचिंग देने वाली अकादमी - रेजिडेंशियल कोचिंग अकादमी (आरसीए) में इस बार 30 उम्मीदवार चयनित हुए हैं। जामिया प्रशासन ने अनुसार कोचिंग और प्रशिक्षण पाने वालों में से 30 उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा 2019 में कामयाब हुए हैं। इनमें से 25 अभ्यर्थियों ने आरसीए में रह कर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
वहीं, हुए पांच उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए होने वाले अंतिम साक्षात्कार से पहले मॉक साक्षात्कार कार्यक्रम में प्रशिक्षिण लिया। आरसीए की स्थापना वर्ष 2010-2011 में हुई थी। तब से लेकर वर्ष 2019 तक आरसीए से प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 230 उम्मीदवार रहे हैं। जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है। जिनमें कई भारतीय प्रशासनिक सेवा (आइएएस), भारतीय विदेश सेवा (आइएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आइपीएस) शामिल हैं।
इसके अलावा, 285 से अधिक छात्रों को विभिन्न अन्य केंद्रीय और राज्य सेवाओं यानी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों सीएपीएफ, इंटेलिजेंस ब्यूरो आइबी, आरबीआई (ग्रेडबी), बैंक पीओ में भी चुना गया है। इस वर्ष यूपीएससी के लिए चयनित 30 उम्मीदवारों में से छह के आइएएस, 8 के आइपीएस बनने की उम्मीद है और बाकी उम्मीदवारों को उनकी स्थान और विकल्पों के अनुसार भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस), आडिट एंड अकाउंट सेवा जैसी सेवाएं प्राप्त होंगी।
इस साल आरसीए से कोचिंग पाने वालों में से राजस्थान की नागौड़ जिले के मकराना कस्बे की मूल निवास ी रूचि बिंदल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा, जिन्होंने 39वां स्थान हासिल किया। आरसीए के कामयाब 30 उम्मीदवारों में से छह लड़कियां हैं। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा की नादिया बेग ने आरसीए से प्रशिक्षण लिया और उन्हें यूपीएससी 2019 परीक्षा में 350वां स्थान प्राप्त किया।
जामिया की कुलपति प्रो नजमा अख्तर ने कहा कि यूपीएससी परीक्षाओं में, विश्वविद्यालय की आरसीए ने साल दर साल लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है, जो जामिया के लिए बहुत गर्व की बात है। जामिया के आरसीए के निदेशक तनवीर जफर अली, आईएएस (सेवानिवृत्त) और उप निदेशक मुहम्मद तारिक ने छात्रों का मनोबल बढ़ाया।
तनवीर ज़फ़र अली ने कहा अपने छात्रों के प्रदर्शन पर हमें गर्व है। इनमें से कई उम्मीदवारों ने कठिन सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों का सामना करते हुए भी अपने मज़बूत इरादों से यह उपलब्धि हासिल की है। आरसीए की तरफ से पूर्व आइएएस, आइपीएस, आइआरएस के जरिये छात्रों को जुलाई में मॉक साक्षात्कार के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया था।