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दिल्ली के एक गांव में महिला अपने तीन बच्चों के साथ धरने पर बैठी, जानिए क्या है पूरा मामला

एक महिला को उसके तीन बच्चों के साथ घर से निकाल दिया महिला 12 सितंबर से ही अपने घर के सामने सड़क पर धरने पर बैठी है। सप्ताह भर से महिला अपने चार माह पांच साल व सात साल के बच्चों के साथ धूप में धरने पर बैठी है

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Sun, 19 Sep 2021 08:50 PM (IST)Updated: Sun, 19 Sep 2021 08:50 PM (IST)
दिल्ली के एक गांव में महिला अपने तीन बच्चों के साथ धरने पर बैठी, जानिए क्या है पूरा मामला
पीड़िता की मदद को आगे आए मोहल्ले के लोग, टेंट लगाया, सोने की भी की व्यवस्था

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देवली गांव में एक महिला को उसके तीन बच्चों के साथ घर से निकाल दिया गया। महिला 12 सितंबर से ही अपने घर के सामने सड़क पर धरने पर बैठी है। सप्ताह भर से महिला अपने चार माह, पांच साल व सात साल के बच्चों के साथ धूप में धरने पर बैठी है लेकिन न ससुराल वालों का दिल पसीजा और न ही पुलिस ने आरोपित ससुरालियों पर कोई कार्रवाई की।

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नेब सराय थाना पुलिस ने दोनों ओर से बैरिकेड लगाकर गली को बंद कर दिया है। मोहल्ले के लोगों ने धरनास्थल पर टेंट लगा दिया है। महिला का कहना है कि जब तक पुलिस आरोपित ससुर पर कार्रवाई नहीं करेगी, वह धरने पर बैठी रहेगी। वहीं, दक्षिणी जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

पीड़ित महिला सोनिया खरेटा (35) ने बताया कि उनका मायका बल्लभगढ़ में है। उनकी शादी वर्ष 2013 में देवली गांव निवासी उमेश कुमार खरेटा से हुई थी। शादी के बाद से ही ससुर राजबीर खरेटा, पति, सास व ननदें उन्हें दहेज में बड़ी कार लाने के लिए परेशान करने लगे। ससुराल के लोग उनसे मारपीट करते और बार-बार घर से निकाल देने की धमकी देते। पिछले साल पहली सितंबर को भी उनसे मारपीट की गई। तब वह डेढ़ माह की गर्भवती थीं। तीन सितंबर को उनका पति घर से कहीं चला गया। ससुराल वालों से परेशान होकर वह अपने मायके चली गईं और वहीं बच्चे को जन्म दिया जो अभी चार माह का है।

12 सितंबर को सोनिया बच्चों के साथ मायके से अपनी ससुराल पहुंचीं तो उन्हें घर में घुसने ही नहीं दिया गया। इस पर वह घर के बाहर ही धरने पर बैठ गईं। इसकी सूचना पाकर लाडो सेवा संस्था की अध्यक्ष सुमन सिंघल व ज्याेति जागृति महिला सेवा संगठन की अध्यक्ष राधा देवी अपने वालेंटियर के साथ पहुंचीं और पीड़िता की सहायता कर रही हैं। सुमन व राधा ने बताया कि सड़क पर रह रहे बच्चों को मच्छरजनित बीमारियों का भी खतरा है।

ससुर ने कहा- नहीं रखेंगे बहू को

सोनिया ने बताया 16 सितंबर को उनके ससुर राजबीर खुरेटा ने पंचायत की और पंचायत में बुलाकर कहा कि वह उन्हें बल्लभगढ़ में 25 गज का प्लाट या फिर पांच हजार रुपये प्रतिमाह देने को तैयार हैं लेकिन उन्हें अपने घर में नहीं रखेंगे।राजबीर देवली स्थित अपने घर में राजधानी पब्लिक स्कूल चलाते हैं। सोनिया बीएड हैं और इस स्कूल में पढ़ाती भी थीं।इस पूरे मामले पर राजबीर खुरेटा का पक्ष जानने के लिए उन्हें कई बार काल व मैसेज किया गया लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।


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