उत्साह के साथ दी गणपति बप्पा को विदाई, ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचते-गाते दिखे श्रद्धालु
श्रद्धालुओं ने घाट के किनारे गजानन की पूजा व आरती की और प्रतिमा को यमुना में विसर्जित किया। ज्यादा भीड़ के कारण कालिंदी कुंज रोड पर जाम की स्थिति भी बनी रही।
नई दिल्ली (जेएनएन)। कालिंदी कुंज घाट पर लोगों ने उत्साह के साथ भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया। हजारों की संख्या में श्रद्धालु घाट पर पहुंचे। ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचते-गाते व पूजा करते हुए लोगों ने भगवान गणेश को विदाई देकर अगले वर्ष जल्दी आने की प्रार्थना की।
कालिंदी कुंज घाट पर रविवार को हजारों की सख्या में लोग पहुंचे। कोई प्रतिमा को ट्रक में लेकर पहुंचा तो कोई कार से। वहीं, कई लोग अपनी बाइक व स्कूटी से सवार होकर घाट पर पहुंचे। विसर्जन के दौरान लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाया। श्रद्धालुओं ने घाट के किनारे गजानन की पूजा व आरती की और प्रतिमा को यमुना में विसर्जित किया। ज्यादा भीड़ के कारण कालिंदी कुंज रोड पर जाम की स्थिति भी बनी रही।
सुरक्षा के इंतजाम
पुलिस व प्रशासन ने श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के सभी इंतजाम कर रखे थे। कई दिन पहले से ही घाट पर लाइट व सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके थे। वहीं रविवार को दिल्ली पुलिस के साथ दिल्ली सिविल डिफेंस के जवान भी मौके पर तैनात रहे। लोग गहरे पानी और तेज बहाव वाले क्षेत्र में न जाएं, इसके लिए पानी में बाड़ लगाई गई और पुलिस सुरक्षा बल की एक टुकड़ी मोटर बोट पर लगातार घाट पर घूमती रही।
महिला पुलिस मौजूद
महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए पर्याप्त संख्या में महिला पुलिस भी मौजूद रही। व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए पुलिस सहायता केंद्र बनाकर माइक से लगातार लोगों को दिशा-निर्देश भी दिए गए। मचान पर तैनात पुलिस कर्मी हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर बनाए हुए थे।
सड़क पर हुड़दंग करते दिखे युवक
विसर्जन के दौरान काफी संख्या में युवक सड़क पर हुड़दंग काटते हुए नजर आए। एक बाइक पर तीन से चार युवक बिना हेलमेट बीच सड़क पर ही स्टंट करते दिखाई दिए। काफी संख्या में युवक खतरनाक तरीके से सफर करते दिखाई दिए। इनके कारण सड़क से गुजर रहे व विसर्जन करने जा रहे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
पानी साफ न होने के कारण हुई परेशानी
यमुना का पानी साफ न होने के कारण उसमें बड़ी मात्रा में झाग बना रहा और पानी का रंग भी काला पड़ चुका है। इस कारण पानी में विसर्जन करने आए श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ा। कई लोगों ने पानी के अंदर न जाकर घाट पर ही गणपति की प्रतिमा को रखकर विदाई दे दी।