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सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हैं अपार संभावनाएं, मिलेंगे अवसर, नई क्रांति आने की उम्मीद

करियर और कारोबार के लिहाज सौर ऊर्जा का क्षेत्र काफी संभावनाशील बन गया है। यही कारण है कि यहां नौकरी के साथ-साथ स्टार्टअप की संभावनाएं व्यापक होती जा रही हैं।

By Amit MishraEdited By: Published: Mon, 12 Mar 2018 05:10 PM (IST)Updated: Thu, 15 Mar 2018 08:45 AM (IST)
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हैं अपार संभावनाएं, मिलेंगे अवसर, नई क्रांति आने की उम्मीद
सौर ऊर्जा के क्षेत्र में हैं अपार संभावनाएं, मिलेंगे अवसर, नई क्रांति आने की उम्मीद

गुरुग्राम [यशलोक सिंह]। आज जिस प्रकार के दुनिया भर में सौर ऊर्जा को लेकर तमाम गतिविधियां चल रही हैं इससे इस क्षेत्र में कारोबार की संभावनाओं के द्वार खुलने का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है। सौर ऊर्जा का दोहन और इसका इस्तेमाल लगातार सरल होता जा रहा है। इसके लिए नई-नई तकनीकों के इनोवेशन पर भी काम किया जा रहा है।

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नौकरी के साथ-साथ स्टार्टअप की संभावनाएं

करियर और कारोबार के लिहाज से यह क्षेत्र काफी संभावनाशील बन गया है। यही कारण है कि यहां नौकरी के साथ-साथ स्टार्टअप की संभावनाएं व्यापक होती जा रही हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी में देश के विभिन्न राज्यों को सौर ऊर्जा क्षेत्र में प्रशिक्षित करने के लिए कोर्स चलाए जा रहे हैं। हाल ही में यहां एक कार्यक्रम आयोजित कर बताया गया था कि सौर ऊर्जा क्षेत्र स्टार्टअप के लिए कितना महत्वपूर्ण है। वहीं राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान में भी विशेष प्रशिक्षण कोर्स चलाए जा रहे हैं।

नई क्रांति आने की उम्मीद

सौर ऊर्जा और इंडस्ट्री से ताल्लुक रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के भारत दौरे से सौर ऊर्जा सेक्टर में नई क्रांति आने की उम्मीद है। क्योंकि फ्रांस इस मामले में दुनिया का अग्रणी देश है। अगर फ्रांस यहां अपनी नई तकनीक लेकर आता है और यहां निवेश करता है तो इससे रोजगार की संभावनाएं तो बढ़ेंगी ही साथ ही साथ सौर ऊर्जा के दोहन के क्षेत्र में बड़ी मदद मिलेगी।

युवाओं में सौर ऊर्जा के प्रति विशेष उत्साह

दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में इंटरनेशनल सोलर अलायंस (आइएसए) सौर ऊर्जा के क्षेत्र को व्यापकता देने वाली एक बड़ी कड़ी है। इस समिट में फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका समेत 23 देशों के राष्ट्राध्यक्ष, 10 देशों के मंत्री और 121 देशों के प्रतिनिधि शामिल हैं। इसे विश्व के सौर ऊर्जा क्षेत्र में भारत और फ्रांस का बड़ा कदम माना जा रहा है। बता दें कि तीन साल पहले गुरुग्राम में आइएसए मुख्यालय की नींव रखी गई थी। यही कारण है कि दिल्ली-एनसीआर के युवाओं में सौर ऊर्जा के प्रति विशेष उत्साह देखा जा रहा है।

साइबर सिटी देश का बड़ा स्टार्टअप हब

साइबर सिटी देश का बड़ा स्टार्टअप हब है। यहां पर अभी आइटी, ई-कॉमर्स और हेल्थ सेक्टर के स्टार्टअप की भरमार है। स्टार्टअप से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में गुरुग्राम सोलर एनर्जी स्टार्टअप का भी हब बनेगा। 2022 तक भारत रिन्युएबल सोर्स से 175 गीगावाट बिजली पैदा करने का लक्ष्य निर्धारित कर चुका है। जिसमें से 100 गीगावाट बिजली सोलर एनर्जी से पैदा की जाएगी। इससे यह तय है कि नए-नए कारोबारी अवसर और रोजगार की संभावनाओं का सृजन होगा।

फ्रांस सौर ऊर्जा क्षेत्र में विश्व का अग्रणी राष्ट्र है

एनसीआर चैंबर ऑफॅ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रेसिडेंट एचपी यादव का कहना है कि फ्रांस सौर ऊर्जा क्षेत्र में विश्व का अग्रणी राष्ट्र है। वहां के राष्ट्रपति का भारत दौरा विशेष महत्व रखता है। अगर वहां की कंपनियां यहां निवेश करती हैं तो इससे ऊर्जा का क्षेत्र व्यापक होगा और रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ेंगी। यह क्षेत्र स्टार्टअप के लिए भी संभावनाएं जगा रहा है। भविष्य में इंडस्ट्री संचालन में भी सौर ऊर्जा बड़ी भूमिका निभा सकता है।

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