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उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व हरियाणा से दिल्ली में खपाए जा रहे अवैध हथियार

पुलिस के अनुसार लूट की घटनाओं में हो रहे इजाफे का सबसे बड़ा कारण हथियार का आसानी से उपलब्ध होना है। पहले बदमाश जहां चोरी करते थे वहीं अब बदमाश चोरी करने के बजाय लूटपाट ज्यादा आसान समझ रहे हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 03:44 PM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 03:44 PM (IST)
उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व हरियाणा से दिल्ली में खपाए जा रहे अवैध हथियार
द्वारका जिला पुलिस इस वर्ष अभी तक 223 अवैध हथियार कर चुकी है बरामद

नई दिल्ली, गौतम कुमार मिश्रा। हाल के समय में लूट व गोली चलने की बढ़ रही घटनाओं ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बदमाशों के पास अवैध हथियार बड़ी आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। अधिकांश मामलों में अवैध हथियार उत्तरप्रदेश के मेरठ व हरियाणा के मेवात व मध्यप्रदेश के धार जिला स्थित मनावर व खालघाट इलाके से लाए जाते हैं। हाल में बरामद अधिकांश हथियार इन्हीं जगहों के बने मिले। पुलिस के अनुसार लूट की घटनाओं में हो रहे इजाफे का सबसे बड़ा कारण हथियार का आसानी से उपलब्ध होना है। पहले बदमाश जहां चोरी करते थे वहीं अब बदमाश चोरी करने के बजाय लूटपाट ज्यादा आसान समझ रहे हैं। कुछ बदमाश तो दहशत फैलाने के लिए अवैध हथियार हाथ में लेकर वीडियो बनाता है और उसे वायरल कर देता है। ताकि दहशत के दम पर रंगदारी वसूल सके। क्षेत्र की बात करें तो द्वारका जिला पुलिस तो इस वर्ष अभी तक करीब 223 अवैध हथियार बरामद कर चुकी है। वहीं पश्चिम जिला पुलिस भी समय समय पर अवैध हथियार की खेप बरामद करती रहती है।

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मेरठ, मेवात व मध्यप्रदेश का लिंक

राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने पिछले महीने एक शख्स पर चली गोली के मामले की तहकीकात शुरू की। मामले की जड़ जाने के दौरान पुलिस को एक ऐसे गिरोह के बारे में पता चला जो दिल्ली के बदमाशों को हथियार की आपूर्ति करता है। इस मामले में गिरफ्तार एक शख्स से पुलिस को पता चला कि वह अभी तक करीब 40 पिस्टल बदमाशों को बचे चुका है। ये पिस्टल मेरठ से खरीदकर दिल्ली में खपाया जाता था। पिछले महीने ही द्वारका जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने एक बदमाश को गिरफ्तार किया उससे पता चला कि पिस्टल मेवात से खरीदकर लाया जाता था। द्वारका जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने ही इसी वर्ष एक बदमाश से सात पिस्टल बरामद किए थे। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला था कि आरोपित क्षेत्र के सक्रिय बदमाशों को हथियार की आपूर्ति करता था। अवैध हथियारों को आरोपित मध्यप्रदेश के मनावर व खालघाट इलाके से खरीदकर लाता था। कोई शक न करें इसके लिए हथियारों की खेप को यह टूरिस्ट बैग में छुपाकर रखता था और पर्यटकों के किसी भी दल में शामिल हाेकर दिल्ली पहुंचता था। यदि कोई इससे कुछ पूछता तो यह खुद को गाइड बताता था।

अवैध हथियार पर रोक लगे तो कैसे 

पुलिस के अनुसार सबसे बड़ी समस्या इस बात को लेकर है कि आजकल वारदातों को अंजाम देने वाले ज्यादातर बदमाश ऐसे हैं जिनकी उम्र कम है और पहली बार अपराध की दुनिया में कदम रख रहे हैं। आमतौर पर पुलिस ऐसे लोगों पर नजर रखती है या शक करती है जिन्होंने पहले भी जुर्म किए हैं यानि जिनका रिकार्ड पुलिस के पास है। लेकिन ऐसे लोग जिन्होंने पहले कभी जुर्म ही नहीं किया है उनका न तो रिकार्ड पुलिस के पास होता है और न ही पुलिस उनपर शक करती है। गिरोहों को संचालित करने वाले बदमाश अब इस बात को बखूबी समझते हैं इसलिए वे किशोरों का इस्तेमाल खूब करते हैं।

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