Mirage Crash: पढ़िए- शहीद की पत्नी का वायरल मैसेज, देवर को देनी पड़ी सफाई
शहीद समीर के भाई ने कहा उन्हें वायुसेना की जांच पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि फ्लाइट में समीर के साथ शामिल सभी आठ अफसरों की आंखों में समीर को खोने का दर्द मैंने देखा था।
नई दिल्ली/गाजियाबाद, जेएनएन। बेंगलुरु में हुए मिराज हादसे में शहीद स्क्वॉड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी गरिमा अबरोल के नाम से एक संदेश वायरल हो रहा था, जिसमें कहा गया था, ‘हम हमारे योद्धाओं को लड़ने के लिए पुरानी मशीनें देते हैं, फिर भी वे पूरी ताकत और कौशल के साथ लड़ते हैं।’ इसमें लिखा है कि समीर ने सही छलांग लगाई थी, लेकिन पैराशूट में आग लग गई।
वहीं, इस संदेश पर समीर के भाई सुशांत ने स्पष्ट किया है कि यह मैसेज अति भावुकता में उन्होंने (गरिमा) कहा था। उन्होंने कहा यह बातें सामान्य तौर पर लिखी थीं। किसी की ओर इंगित नहीं किया था। संदेश में लिखे ‘करप्शन’ शब्द पर उन्होंने कहा कि इसे गलत संदर्भ में लिया गया है।
सुशांत ने कहा उन्हें वायुसेना की जांच पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि फ्लाइट में समीर के साथ शामिल सभी आठ अफसरों की आंखों में समीर को खोने का दर्द मैंने देखा था। उन्होंने कहा, हम जांच की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
यह है पूरा मामला
स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी गरिमा अबरोल के नाम से एक संदेश वायरल हो रहा है। इस संदेश में कहा गया है- 'हम हमारे योद्धाओं को लड़ने के लिए पुरानी मशीनें देते हैं, फिर भी वे अपनी पूरी ताकत और कौशल के साथ लड़ते हैं।' इसके कुछ देर बाद समीर के भाई सुशांत ने मंगलवार को सफाई दी कि यह संदेश उन्होंने दिया था न कि गरिमा ने। उन्होंने कहा कि वह विमान में अपने भाई के ताबूत के साथ वापस आते वक्त भावनाओं से भर गए थे और यह सिस्टम पर की गई सामान्य टिप्पणी है, किसी व्यक्ति विशेष के लिए नहीं है। संदेश में उन्होंने कहा- 'उनकी गहरी अंतिम सांसों से लगा कि यदि नौकरशाही अपनी भ्रष्टता की मौज-मस्ती में मशगूल न होती तो ऐसा नहीं हुआ होता।' इस पर सुशांत ने कहा कि 'भ्रष्ट' शब्द को गलत तरीके से लिया गया।
लक्ष्य पाने के लिए तत्पर रहता था समीर
समीर के स्कूल के दोस्त आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों ने रेयान इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में साथ पढ़ाई की। समीर की खेल में बहुत दिलचस्पी थी। वह पढ़ाई में भी नंबर रहता था। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समीर पूरे जी जान से जुट जाता था। आशीष ने बताया कि उनके बैच में समीर अकेला था, जिसने एनडीए पास किया था।
खुशमिजाज दोस्त खो दिया
वहीं समीर के दूसरे स्कूली दोस्त सुमित शर्मा ने बताया कि समीर हमेशा से ही खुशमिजाज थे। वह हमेशा हम लोगों को भी खुश रखने की कोशिश करता था। देश भक्ति का भाव उनके अंदर बचपन से ही था। मौत की खबर सुनकर जैसे जिंदगी फ्लैश बैक में चली गई। समीर के साथ बिताए गए सारे पल एक-एक कर याद आने लगे।
तीन साल पहले हुई थी शादी
समीर के ताऊ अनिल ने बताया कि समीर की शादी साढ़े तीन साल पहले हुई थी। उनकी पत्नी गरिमा बेंगलुरु में ही फिजियोथेरेपिस्ट हैं। गरिमा का मायका जालंधर में है। समीर भी बंगलुरू में ही थे। घर में समीर का एक छोटा भाई सुशांत भी है, जो फैशन डिजाइनर है। समीर ने 2004 में 12वीं पास करने के बाद एनडीए एग्जाम पास किया। साल 2008 में समीर वायु सेना में भर्ती हो गए। समीर को एडवेंचर का बहुत शौक था। वायुसेना ज्वाइन करने का ये भी एक बड़ा कारण था।
शहीद समीर अबरोल के घर पहुंचीं रक्षा मंत्री
वहीं, मंगलवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शहीद समीर अबरोल के गांधी नगर स्थित घर पहुंचीं और परिवार को सांत्वना दी। रक्षा मंत्री ने समीर की मौत पर शोक व्यक्त किया। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार दोपहर 2 बजे गाजियाबाद पहुंचीं। वह सीधे शहीद स्क्वॉड्रन लीडर समीर अबरोल के गांधी नगर स्थित घर पहुंचीं। उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और दुख व्यक्त किया। शहीद के घर पर वह करीब आधे घंटे रहीं।
बिजनेसमैन संजीव अबरोल के बेटे स्क्वॉड्रन लीडर समीर अबरोल की एक फरवरी को मिराज हादसे में बेंगलुरु में मौत हो गई थी। वह बुरी तरह जल गए थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। इस घटना में देहरादून के स्क्वॉड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी भी शहीद हो गए थे।
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