पथरी के ऑपरेशन के लिए वसूले 37 लाख, न पथरी निकली-न दर्द कम हुआ
अब मरीज की हालत यह है कि वह चल फिर नहीं सकते। उनका जीवन व्हील चेयर तक सीमित रह गया है।
गुरुग्राम (जेएनएन)। अनाप-शनाप बिल को लेकर नोएडा के बाद अब गुरुग्राम में भी फोर्टिस अस्पताल घिर गया है। ताजा मामले में शहर के फोर्टिस अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ बृहस्पतिवार को गांव दौलताबाद निवासी भीम सिंह सिविल सर्जन कार्यालय में शिकायत करने पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि फोर्टिस अस्पताल में उनका इलाज गलत तरीके से किया गया और अनाप-शनाप बिल बनाकर 36.68 लाख रुपये ले लिए।
भीम सिंह ने पहले भी इस मामले में उपायुक्त को शिकायत दी थी, जिस पर सिविल सर्जन द्वारा गठित तीन डॉक्टरों की कमेटी ने जांच कर इलाज सही बताया था।
पीड़ित का कहना है कि उनसे इलाज में अधिक पैसा लिया गया। उनका गुर्दे में पथरी के लिए ऑपरेशन हुआ, लेकिन गुर्दे में पथरी अब भी है।
भीम सिंह पथरी के इलाज के लिए 27 अप्रैल 2016 को फोर्टिस में भर्ती हुए थे। करीब दिन अस्पताल में भर्ती रहे। उन्हें बताया गया था कि उनके दाहिने गुर्दे में पथरी है, जो ऑपरेशन से निकाल दी जाएगी। ऑपरेशन के चार दिन बाद उन्हें बताया गया कि किडनी में इंफेक्शन हो गया है। उसका इलाज किया जा रहा है।
भारी-भरकम बिल लेने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। अब उनकी हालत यह है कि वह चल फिर नहीं सकते। उनका जीवन व्हील चेयर तक सीमित रह गया है। ऑपरेशन के पहले वह इतने कमजोर नहीं थे।
वहीं, अस्पताल के प्रवक्ता का कहना है कि इलाज में कोई लापरवाही नहीं हुई, पहले भी जांच हो चुकी है बिल भी सुविधाओं व जांच के मद्देनजर ही लिया गया।