कोरोना का भयावह सच: पिता की मौत के बाद बेटे के बुलाने पर भी नहीं आए रिश्तेदार, मदद के लिए पहुंची पुलिस
पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि ग्रेटर कैलाश के रहने वाले गगन कोल ने पुलिस को सूचना दी।गगन कोल ने बताया कि उनके पिता बंसी लाल कोल की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई है और दाह संस्कार के लिए उनका कोई भी रिश्तेदार आ नहीं रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस लगातार लोगों को अपना शिकार बनाते जा रहा है। इस कारण इससे मौत का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। मौत का आलम यह है कि अगर किसी की मौत कोरोना वायरस के कारण हो रही है तो लोग अंतिम संस्कार में जाने से भी मुंह फेर ले रहे हैं। इस कारण कोरोना वायरस से फैली महामारी का डर आत्मीय रिश्तों पर गंभीर असर डाल रहा है।
दिल्ली के पॉश इलाके ग्रेटर कैलाश में दिखा लोगों का रवैया
डर की एक बानगी ग्रेटर कैलाश इलाके दिखाई दी, जहां 91 साल के बुजुर्ग बंसीलाल कोल की बीमारी से मौत हो गई। उनका बेटा अंतिम संस्कार के लिए रिश्तेदारों और पड़ोसियों के सामने गुहार लगाता रहा, लेकिन किसी ने शमशान घाट ले जाने के लिए उसकी मदद नहीं की। ऐसे में बेटे ने पुलिस को सूचना दी और फिर ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस की मदद लेकर अपने पिता का अंतिम संस्कार किया।
हर जगह से ठुकराने के बाद दिल्ली पुलिस से मांगी मदद
पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि ग्रेटर कैलाश के रहने वाले गगन कोल ने पुलिस को सूचना दी। गगन कोल ने बताया कि उनके पिता बंसी लाल कोल की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई है और दाह संस्कार के लिए उनका कोई भी रिश्तेदार आ नहीं रहा है। पड़ोसी भी मना कर रहे हैं और उन्हें अपने पिता का दाह संस्कार करना है।
हिंदू रीति रिवाज के साथ हुआ अंतिम संस्कार
सूचना के बाद एसएचओ रितेश कुमार अपनी टीम के साथ पम्पोष एंक्लेव पहुंचे। पुलिस टीम ने बंसीलाल कोल के शव को हिंदू रीति रिवाज के साथ श्मशान घाट पहुंचाया और अंतिम संस्कार किया। मृतक के बेटे ने बताया कि उनके पिता बीमार थे और उनकी उम्र 91 साल की थी। बीमारी के चलते चार-पांच दिन से उन्हें परेशानी होने लगी जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई।