दिल्ली में कोरेाना के बढ़ते मामलों ने अमित शाह की चिंता बढ़ाई, कंटेनमेंट जोन की दोबारा होगी मैपिंग
गृहमंत्री अमित शाह एक बार फिर दिल्ली की स्थिति की आकलन करने के लिए फिर से एक उच्चस्तरीय मीटिंग की। इस बैठक में दिल्ली के उपराज्यपाल सीएम अरविंद केजरीवाल मौजूद रहे।
नई दिल्ली, एजेंसियां। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण की गंभीर होती स्थिति ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की चिंता बढ़ा दी है। हालात को काबू में करने के लिए वह लगातार बैठकें कर रहे हैं। रविवार को भी उन्होंने उप राज्यपाल अनिल बैजल और अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए।
हफ्ते भर में अमित शाह की एलजी-सीएम के साथ तीसरी बैठक
केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक बैठक में दिल्ली में कोरोना कंटेनमेंट रणनीति पर उपाय सुझाने के लिए गठित डॉ. वीके पॉल समिति की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट के अनुसार, कंटेनमेंट जोन में नए सिरे से मैपिंग कराने, इनकी सीमा पर और इनके अंदर की गतिविधियों पर सख्ती से निगरानी और नियंत्रण रखने का सुझाव दिया गया है। एक हफ्ते के भीतर केंद्रीय गृह मंत्री की इस तीसरी बैठक में स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव प्रीति सुदान और कई अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में और कई अन्य अहम फैसले किए गए।
कंटेनमेंट जोन की सीमा और इनके अंदर की गतिविधियों पर सख्त निगरानी और नियंत्रण का सुझाव
एक अधिकारी ने बताया कि बैठक में दिल्ली के कोविड-19 से बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों में संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की प्रक्रिया एवं स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने की रणनीति पर चर्चा की गई। गृह मंत्री शाह ने दिल्ली सरकार को पॉल समिति की सिफारिशों को लागू करने की सलाह भी दी। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामले पर सोमवार को दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की होने वाली बैठक में चर्चा की उम्मीद है। गौरतलब है कि दिल्ली में रविवार को तीन हजार नए मरीज सामने आए और 63 लोगों की जान भी चली गई। राजधानी में करीब 60 हजार संक्रमित अब तक सामने आ चुके हैं। रोजाना नए मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाने और ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में मेडिकल सेवाएं उपलब्ध करवाने पर जरूरी रणनीतियों पर चर्चा की। बता दें कि दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। इसके कारण दिल्ली सरकार ने केंद्र को राज्य की वस्तुस्थिति से अवगत कराया था, जिसके बाद अमित शाह ने दिल्ली की कमान अपने हाथ में लेते हुए राज्य में कोरोना की जंग को तेज कर दिया। अमित शाह के कमान हाथ में लेते हुए ही ताबतोड़ बैठकों का दौर चला फिर उसके बाद उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण कर वहां जरूरी निर्देश दिए।
क्या है ताजा हालात
दिल्ली में हर दिन कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। बीते चार दिनों की ही बात की जाए तो हर दिन रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं। शनिवार को ही 3650 संक्रमित मिले जो एक दिन में अब तक का सर्वाधिक मामला है। हालांकि इसका बड़ा कारण कोरोना की जांच में तेजी आना है। आने वाले समय में ऐसी स्थिति में जांच तेज होने से यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
वहीं, पिछले 24 घंटे में 77 मरीजों की मौत हुई है, लेकिन राहत की सबसे बड़ी बात यह है कि एक दिन में अब तक सबसे अधिक 7725 लोग ठीक हुए हैं। इसलिए दिल्ली में पहली बार कोरोना को मात देकर ठीक होने वाले मरीजों की संख्या सक्रिय मरीजों से अधिक हो गई है।