ऐप में दर्ज होगा दिल्ली के मरीजों की बीमारी का इतिहास, एक क्लिक में मिल जाएगी पूरी जानकारी
सबसे ज्यादा मौतें ऐसे संक्रमितों की हो रही हैं जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी है। इससे सबक लेते हुए केंद्र सरकार आरोग्य सेतु एप के बाद इतिहास ऐप ला रही है।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। इतिहास... सिर्फ एक शब्द ही नहीं, यह एक पूरी दास्तां होती हैं। किसी भी बीमारी का अगर इतिहास पता हो तो उस बीमारी को समझ पाना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है। राजधानी दिल्ली बुरी तरह से कोरोना की मार से जूझ रही है, एक-एक दिन में कई मौतें हो रही हैं। सबसे ज्यादा मौतें ऐसे संक्रमितों की हो रही हैं, जिन्हें पहले से ही कोई बीमारी है। इससे सबक लेते हुए केंद्र सरकार आरोग्य सेतु एप के बाद इतिहास एेप ला रही है। इस एप में राजधानी में रहने वाले लोगों की बीमारी का इतिहास होगा।
एक क्लिक में पता चल जाएगा किस बीमारी के कितने मरीज
एक ही क्लिक पर पता चल सकेगा किस इलाके में कौन सी बीमारी के कितने मरीज हैं और किस उम्र के लोग किस बीमारी से ज्यादा पीड़ित हैं। कोरोनाकाल में अरोग्य सेतु एप सभी के लिए अनिवार्य किया हुआ है, लेकिन इस एप में सिर्फ कोरोना संक्रमितों की ही जानकारी मिल पाती है। दूसरी बीमारी वालों का पता नहीं चल पाता है। ऐसे में सरकार इतिहास एप ला रही है, ताकि सभी मरीजों का आंकड़ा एक एप में रखा जा सके। यह भी इतिहास में पहली बार होगा कि जब किसी एप में सभी मरीजों की बीमारी की जानकारी कुछ ही मिनटों में मिल जाएगी।
घर-घर स्क्रीनिंग के दौरान संग्रह होगा डाटा
उत्तरी-पूर्वी जिले की जिलाधिकारी शशि कौशल ने बताया कि इतिहास एेप के बारे में जिला प्रशासन के कर्मचारियों को जानकारी दी जा रही है, इस संबंध में बैठके हो रही हैं। प्रशासन के कर्मचारी इलाके में जाकर कोरोना को लेकर लोगों की स्क्रीनिंग कर रहे हैं, उसी वक्त वह परिवार के सदस्यों से पूछेंगे कि घर में कितने लोग हैं। उनमें से कोई व्यक्ति बीमार तो नही हैं, बीमार है तो कब से है। अगर कोई व्यक्ति बीमार पाया जाता है तो उसकी सारी जानकारी इतिहास एप पर अपलोड की जाएगी।
आरोग्य सेतु ऐप से होगा लिंक
स्क्रीनिंग करने वालों को हाथों हाथ एप डाउनलाेड करवाया जााएगा। इस एप को अरोग्य सेतु एप से लिंक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जब दोनों एप आपस में लिंक हो जाएंगे और कोई शख्स कोरोना से संक्रमित होता है। जो लोग उस संक्रमित के संपर्क में आए हैं, उनमें से कितने लोग किस बीमारी से पीड़ित हैं यह पता चल जाएगा। समय पर उन लोगों को भी इलाज मिल जाएगा।