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देश के सबसे बड़े अस्‍पताल AIIMS ने कोरोना से लड़ने के लिए जारी किया हेल्‍पलाइन नंबर

कोरोना से लड़ने के लिए देश के सबसे बड़े अस्‍पताल ने एक हेल्‍प लाइन नंबर जारी किया है। लोगों की सुविधा के लिए जारी किया गया नंबर 9971876591 है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Sun, 15 Mar 2020 04:55 PM (IST)Updated: Sun, 15 Mar 2020 05:09 PM (IST)
देश के सबसे बड़े अस्‍पताल AIIMS ने कोरोना से लड़ने के लिए जारी किया हेल्‍पलाइन नंबर
देश के सबसे बड़े अस्‍पताल AIIMS ने कोरोना से लड़ने के लिए जारी किया हेल्‍पलाइन नंबर

नई दिल्‍ली, एएनआइ। कोरोना से लड़ने के लिए देश के सबसे बड़े अस्‍पताल ने एक हेल्‍प लाइन नंबर जारी किया है। लोगों की सुविधा के लिए जारी किया गया नंबर 9971876591 है।

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इधर, चीन से फैले कोरोना वायरस का जहां दिल्ली में भी प्रकोप दिख रहा है, वहीं इसका असर बाजार व शिक्षण संस्थानों पर भी देखने को मिला है। दिल्ली के कई बड़े बाजारों में इन दिनों सन्नाटा है। आइआइटी के सभी 13 छात्रवासों के छात्रों को 15 मार्च तक अपने-अपने घर चले जाने के लिए कहा गया है। टेनिस कोर्ट से लेकर सभी इंडोर, आउटडोर गेम से दूर रहने के लिए कहा गया है। इसके चलते रविवार से मेस भी बंद कर दी जाएंगी।

कई बड़े बाजार से ग्राहक हो रहे दूर

राजधानी दिल्ली में 68 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हुई तो उसके बाद अब इस वायरस को लेकर लोगों में डर का माहौल है। इस बाबत कई बड़े बाजारों में लोग नहीं जा रहे हैं। सरोजिनी नगर मार्केट, लाजपत नगर मार्केट, साउथ एक्स मार्केट, नेहरू प्लेस मार्केट में ग्राहक आने से बच रहे हैं।

चीन से नहीं आ रहा माल

राजधानी दिल्ली में कई बड़ी अच्छी मार्केट हैं जहां पर चीन से सीधा माल आता है। इन दिनों चीन में फैले कोरोना वायरस की वजह से कई इलेक्टिकल और अन्य सामान नहीं आ रहे हैं। ऐसे में इसका असर सीधा व्यवसाय पर देखने को मिल रहा है।

इधर, कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए तिहाड़ जेल परिसर में मास्क बनाए जा रहे हैं। मास्क प्रत्येक कैदी को दिया जाएगा। इसके अलावा फिनाइल व हैंडवाश पहले के मुकाबले ज्यादा मात्रा में बनाए जा रहे हैं, जिससे कि जेल को साफ रखने के साथ-साथ कैदियों को भी हैंडवाश उपलब्ध कराया जा सके।

तिहाड़ के एआइजी राजकुमार ने बताया कि तिहाड़ के सभी जेलों में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। साथ ही बाहर से आने वाले कैदियों व जेल कर्मचारियों को थर्मल स्कैनर से जांच के बाद ही जेल में जाने दिया जा रहा है।

नए कैदियों को तीन दिन तक अलग बैरक में रखा जाता है। उन्होंने कहा कि अभी तक कैदी सप्ताह में दो बार परिजनों से मुलाकात कर सकते थे, लेकिन कोरोना वायरस को देखते हुए इसकी संख्या एक बार कर दी गई है। पहले कैदी से एक बार में तीन लोग मुलाकात कर सकते थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटाकर दो कर दी गई है।


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