स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने फिर कहा- उत्तर दिल्ली नगर निगम सरकार को सौंपे अपने अस्पताल
सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली की जनता डॉक्टर नर्स व पैरामेडिकल कर्मचारियों की भलाई के लिए कह रहे हैं कि नगर निगम से अस्पताल नहीं चल रहे हैं तो दिल्ली सरकार को सौंप दें। इससे उत्तरी दिल्ली नगर निगम का करीब 2300 करोड़ रुपये भी बचेगा।
नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अस्पतालों के डॉक्टरों व कर्मचारियों के वेतन बकाये के मामले पर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने मंगलवार को कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार हावी है। इस वहज से संपत्ति कर, टोल टैक्स इत्यादि माध्यमों से वसूले गए राजस्व का बेहतर प्रबंधन नहीं हो पा रहा है। यदि नगर निगम से अस्पताल नहीं चल पा रहे हैं तो दिल्ली सरकार को सौंप दें। ताकि मरीजों व स्वास्थ्य कर्मियों को परेशान न होना पड़े।उन्होंने कहा कि नगर निगम संपत्ति कर व टोल टैक्स वसूल करता है लेकिन राजस्व भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ जाता है। दिल्ली की जनता, डॉक्टर, नर्स व पैरामेडिकल कर्मचारियों की भलाई के लिए कह रहे हैं कि नगर निगम से अस्पताल नहीं चल रहे हैं तो दिल्ली सरकार को सौंप दें। इससे उत्तरी दिल्ली नगर निगम का करीब 2300 करोड़ रुपये भी बचेगा। तीन दिन पहले भी उन्होंने कहा था कि यदि निगम अस्पताल चला सकता है जो जरूर चलाए लेकिन डॉक्टरों व कर्मचारियों को समय पर वेतन दें। यदि वे ऐसा नहीं कर सकते तो दिल्ली सरकार अस्पतालों का संचालन करने को तैयार है।
अस्पतालों में दो तिहाई बेड खाली
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह भी कहा कि दिल्ली में कोरोना का संक्रमण दर साढ़े पांच फीसद है। पहले के मुकाबले संक्रमण दर कम होने से अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम हो रहा है। फिलहाल अस्पतालों में कुल 16,118 बेड उपलब्ध है। जिसमें से दो तिहाई बेड खाली हैं। उन्होंने कहा कि त्योहारों का सीजन है। लोग त्योहार जरूर मनाएं लेकिन ज्यादा से ज्यादा परिवार के साथ घर में रहकर ही त्योहार मनाएं। घर से बाहर निकलने पर मास्क जरूर लगाएं। इससे कोरोना व प्रदूषण दोनों से बचाव होगा।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो