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कोरोना काल में 21 हजार करोड़ पार कर गया GST कलेक्शन, मार्च 2021 में एकत्रित हुआ सर्वाधिक राजस्व

वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान मार्च महीने में एकत्रित किया जाने वाला राजस्व जीएसटी लागू होने के बाद से अभी तक का सर्वाधिक संग्रह है। इसने 2376.16 करोड़ का आंकड़ा छू लिया है। इस तरह संयुक्त मासिक राजस्व लगातार तीन महीनों में लगभग 2000 करोड़ के करीब रहा।

By Mangal YadavEdited By: Published: Sun, 11 Apr 2021 01:30 PM (IST)Updated: Sun, 11 Apr 2021 01:30 PM (IST)
कोरोना काल में 21 हजार करोड़ पार कर गया GST कलेक्शन, मार्च 2021 में एकत्रित हुआ सर्वाधिक राजस्व
मार्च 2021 में एकत्रित हुआ अभी तक का सर्वाधिक 2376.16 करोड़ का राजस्व

 नई दिल्ली [वी.के.शुक्ला]। कोरोना काल में भी जीएसटी व वैट से सरकार का राजस्व 21 हजार करोड़ पास कर गया है। यह राशि कोरोना काल में पुन:निर्धारित किए गए लक्ष्य से एक हजार करोड़ अधिक है। इससे पहले 2020-21 के लिए 25 हजार करोड़ का राजस्व एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया था। मगा कोरोना काल आ जाने के कारण इस लक्ष्य को 20 हजार करोड़ कर दिया गया था। जिस समय यह लक्ष्य निर्धारित किया गया था उस समय इस साल 20 हजार करोड़ भी एकत्रित होता नजर नहीं आ रहा था। मगर विभाग ने इस राशि को बढ़ा पाने में सफलता पाई है।

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वित्त वर्ष 2020-21 में दिल्ली सरकार द्वारा जीएसटी व वैट से राजस्व 21146.4 करोड़ एकत्रित किया है। जिसमें एस जी एस टी 8898.85 करोड़, आई जी एस टी 7672.61 करोड़, वैट 4574.94 करोड़ शामिल है। दिल्ली सरकार ने मार्च 2021 में 2376.16 करोड़ अर्जित किया है, जिसमें एस जी एस टी 951.94 करोड़ है, आई जी एस टी 752.25 करोड़ रुपये तथा वैट 671.97 करोड़ था।

वहीं फरवरी 2021 में कुल राजस्व 1962 करोड़ एकत्रित हुआ था। इसमें एस जी एस टी संग्रह 892.48 करोड़, आई जी एस टी 606.23 करोड़ और वैट संग्रह 483.29 करोड़ था।

वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान मार्च महीने में एकत्रित किया जाने वाला राजस्व जीएसटी लागू होने के बाद से अभी तक का सर्वाधिक संग्रह है। इसने 2376.16 करोड़ का आंकड़ा छू लिया है। इस तरह संयुक्त मासिक राजस्व लगातार तीन महीनों में लगभग 2000 करोड़ के करीब रहा। यह फरवरी को मिले कर औसत मासिक कर संग्रह के मुकाबले लगभग 36 फीसद बढ़ा है। तिमाही के लिहाज से भी औसत मासिक कर संग्रह में वृद्धि देखी गई है जोकि इस चौथी तिमाही में 2124.62 करोड़ है। यह संग्रह तीसरे क्वार्टर ( अक्टूबर-दिसंबर 2020) से लगभग 20 फीसद अधिक है।

विभाग के जानकारों का कहना है कि समय पर रिटर्न दाखिल करने की प्रणाली को प्रभावी बनाने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं। जिसमे रजिस्टर्ड करदाताओं को एक अलर्ट एस एम एस भेजने, हर महीने की 25 तारीख तक डिफाल्टरों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। विभाग व्यापारिक संघों के साथ बैठकें की जा रही हैं। इसके कारण रिटर्न भरने में सुधार आया है और करदाता भी आसानी से इसमें अपना योगदान दे रहे हैं। दिल्ली एस जी एस टी राजस्व पिछले छह महीनो में 800 करोड़ से ऊपर रहा है और राजस्व में हुई यह वृद्धि कोरोना महामारी के बाद आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।


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