मायावती के इस करीबी को हनीट्रैप में फंसाने की साजिश, महिला पर FIR दर्ज
पूर्व मंत्री करतार सिंह नागर को हनीट्रैप में फंसाने के मामले में बादलपुर कोतवाली पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
नोएडा, जेएनएन। बसपा नेता और पूर्व मंत्री करतार सिंह नागर को हनीट्रैप में फंसाने के मामले में बादलपुर कोतवाली पुलिस ने महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है। साजिश में और कौन-कौन लोग शामिल थे, इसका पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। दैनिक जागरण ने ही 24 जनवरी के अंक में इस खबर को ब्रेककर 'पूर्व मंत्री को हनीट्रैप में फंसाने की रची गई थी साजिश शीर्षक' से लिखा था।
इस बहाने से महिला ने किया था फोन
करीब एक महीने पहले करतार नागर को एक महिला ने शस्त्र लाइसेंस बनवाने के बहाने फोन किया था। इसके बाद उसने कई बार पूर्व मंत्री से मिलने का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया। इसके बाद महिला ने वाट्सअप पर पूर्व मंत्री को फोटो और संदेश भेजे। कही बाहर घूमने का भी ऑफर दिया। आधी रात को भी फोन आने लगे तो करतार नागर ने बादलपुर कोतवाली पुलिस से मामले की शिकायत की। पुलिस ने महिला की कॉल डिटेल निकाली तो उसमें बसपा के ही कई बड़े नेताओं से भी महिला की बातचीत मिली।
पुलिस को शक है कि पूर्व मंत्री को सुनियोजित तरीके से फंसाने की साजिश रची गई थी।
साजिश के तहत फंसाने की आशंका !
दरअसल, लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर पार्टी नेता कई खेमों में बंटे हुए हैं। करतार सिंह नागर पूर्व मंत्री और जेवर से तीन बार विधायक रहे वेदराम भाटी को टिकट दिलाने की पैरवी कर रहे थे। इससे कुछ लोग उनसे नाराज चल रहे थे। पुलिस अब इसकी जांच में जुटी है। कोतवाली प्रभारी नागेंद्र चौबे ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। विवेचना के दौरान जो भी नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
कौन हैं करतार सिंह नागर?
बादलपुर गांव के रहने वाले पूर्व मंत्री करतार सिंह नागर बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी माने जाते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का बादलपुर पैतृक गांव है। सत्ता में आने के बाद मायावती ने करतार नागर को लोकनिर्माण विभाग का अध्यक्ष बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया था। नागर गौतमबुद्ध नगर के बसपा जिलाध्यक्ष के साथ मेरठ मंडल के समन्यवक भी रहे हैं।