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कांग्रेस की 'हां' पर ही गठबंधन के लिए पत्ते खोलेगी आम अादमी पार्टी

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की चल रहीं अटकलों पर आम आदमी पार्टी अभी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है।

By Edited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 10:29 PM (IST)Updated: Wed, 27 Mar 2019 07:53 AM (IST)
कांग्रेस की 'हां' पर ही गठबंधन के लिए पत्ते खोलेगी आम अादमी पार्टी
कांग्रेस की 'हां' पर ही गठबंधन के लिए पत्ते खोलेगी आम अादमी पार्टी

नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव-2019 के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की चल रहीं अटकलों पर आम आदमी पार्टी (AAP) अभी स्थिति स्पष्ट नहीं कर रही है। इस संबंध में पूछे जाने पर AAP के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने मंगलवार को कहा कि गठबंधन को लेकर कांग्रेस की ओर से हमसे अब भी कोई बात नहीं हुई है। सीटों के बंटवारे की 4-3 की चल रहीं खबरों के बारे में पूछने पर राय ने कहा कि चीजें जरूरत से ज्यादा आगे बढ़ाकर बताई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सीटों के बंटवारे की बात तब आती है जब गठबंधन की बात साफ होती है।

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गोपाल राय ने ही सवाल किया कि क्या कांग्रेस ने गठबंधन करने के लिए हां कह दिया है। आखिर कांग्रेस ने ये बात किससे कही है कि वह आप के साथ गठबंधन करने जा रही है। जब ये बात नहीं हुई है तो हम कितनी सीटें कांग्रेस को देंगे यह सवाल कहां से आ गया।

उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन का हिस्सा हैं और महागठबंधन का एक ही प्रयास है कि मोदी और शाह की जोड़ी को केंद्र से हटाना है। क्योंकि ये लोग यदि केंद्र सरकार में रहते हैं तो गैर भाजपा शासित राज्य सरकारों को काम नहीं करने देंगे। दिल्ली की जनता के काम राकेंगे।

दिल्ली सरकार को और अधिक परेशान करने का काम करेंगे। हालांकि इसके साथ उन्होंने जोड़ा कि अब माहौल से साफ हो रहा है भले ही भाजपा बड़ी पार्टी के रूप में जीत कर आए मगर मोदी की सरकार नहीं बनने जा रही है। यह बात मोदी सरकार को भी पता चल चुकी है। पहले मोदी सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक को जनता के बीच लाकर लाभ लेने का प्रयास किया। यह अभियान दस दिन तक चला होगा कि इसके बाद मोदी सरकार चौकीदार अभियान लेकर आई है।

गोपाल राय ने कहा कि केंद्र में विपक्ष की सरकार आती है तो आप सरकार का हिस्सा होगी। जिसमें हमारी मांग होगी कि दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाया जाए। ऐसा हम आसानी से करा लेंगे। उन्होंने कहा कि जब हमने एक मार्च को दिल्ली के छह प्रत्याशी घोषित किए थे तो हमें लग रहा था कि जल्दी कर दी है अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किए जाने चाहिए थे। मगर अब हमें लगता है कि ठीक किया। नहीं तो अब भी हम कांग्रेस की तरह उहापोह की स्थिति में रहते। अब हमारा पूरा ध्यान चुनाव प्रचार पर है। वहीं आप के एक अन्य नेता ने गठबंधन पर कहा कि दरअसल कांग्रेस में एक राय नहीं है। जो लोग चुनाव लड़ना चाहते हैं वे कहते हैं कि गठबंधन होना चाहिए जो नहीं लड़ना चाहते हैं वे कहते हैं कि नहीं होना चाहिए।


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