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कोरोना के अलावा दूसरी बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए खुशखबरी, नगर निगम जल्द ओपीडी शुरू करने की तैयारी में

निगम के बड़े अस्पतालों के कोविड केयर सेंटर में तब्दील होने के बाद इन अस्पतालों की ओपीडी सेवा बंद है। ऐसे में दूसरी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम वैकल्पिक स्थानों पर ओपीडी सेवा शुरू करने की कोशिशों में जुट गए हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 28 May 2021 01:31 PM (IST)Updated: Fri, 28 May 2021 01:31 PM (IST)
कोरोना के अलावा दूसरी बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए खुशखबरी, नगर निगम जल्द ओपीडी शुरू करने की तैयारी में
मरीजों की परेशानी को देखते हुए निगम वैकल्पिक स्थानों पर ओपीडी सेवा शुरू करने की कोशिशों में जुट गए हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। निगम के बड़े अस्पतालों के कोविड केयर सेंटर में तब्दील होने के बाद इन अस्पतालों की ओपीडी सेवा बंद है। ऐसे में दूसरी बीमारियों से पीडि़त मरीजों की परेशानी को देखते हुए नगर निगम वैकल्पिक स्थानों पर ओपीडी सेवा शुरू करने की कोशिशों में जुट गए हैं। इसके लिए निगम अस्पताल के आस-पास की बड़ी डिस्पेंसरियों में ओपीडी शुरू करने की संभावनाएं तलाशी जा रही है, जहां पर मरीजों को देखा जा सके। इसके लिए विभिन्न डिस्पेंसरियों का निरीक्षण भी किया जा रहा है। जल्द इसको लेकर सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

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उत्तरी निगम का बाड़ा हिंदूराव, राजनबाबू टीबी अस्पताल और दक्षिणी निगम का तिलक नगर जैसा बड़ा अस्पताल कोविड केयर सेंटर के रूप में तब्दील है। ऐसे में सामान्य रोगों के मरीजों को नजदीकी डिस्पेंसरी में स्थानांतरित करने पर विचार चल रहा है। उत्तरी निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चूंकि अब कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार कम हो रही है। हालांकि, अब भी निगम के बड़े अस्पतालों को कोविड केयर के रूप में शुरू कर रखा है। पिछले वर्ष भी कोविड अस्पताल बन जाने की वजह से ओपीडी बंद करनी पड़ी थी। ऐसे में आने वाले समय में यह दिक्कत न हो, इसके लिए स्थायी समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि सामान्य मरीजों को भी इलाज मिल सके।

हिंदूराव अस्पताल के प्रसूति विभाग के मरीजों को निगम के ही कस्तूरबा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया था। इससे कस्तूरबा अस्पताल पर भी दवाब बढ़ गया है। वहीं, सामान्य मरीजों को दूसरे अस्पतालों में जाना पड़ रहा है।उत्तरी निगम के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि डिस्पेंसरियों में अगर सामान्य ओपीडी लगेगी तो मरीजों को घर के पास ही इलाज मिलेगा। इसी दिशा में डिस्पेंसरियों में स्थान ढूंढ़ा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि हिंदूराव अस्पताल में ही प्रतिदिन 800 से ज्यादा मरीज ओपीडी में आते थे। फिलहाल, यहां 250 बिस्तर का कोविड अस्पताल चल रहा है। राजनबाबू टीबी अस्पताल में 100 और दक्षिणी निगम के तिलक नगर अस्पताल में 100 कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बिस्तर आरक्षित हैं।


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