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Good News: घर से ही अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं आइआइटी दिल्ली के छात्र

कोविड-19 महामारी के कारण IIT दिल्‍ली ने एक अच्‍छी नीति तैयार की है। इसमें छात्रों को कैंपस में परीक्षा देने के लिए आने की जरूरत नहीं होगी। घर से ही अपनी डिग्री पूरी कर सकेंगे।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 02 Jun 2020 09:09 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 11:14 PM (IST)
Good News: घर से ही अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं आइआइटी दिल्ली के छात्र
Good News: घर से ही अपनी डिग्री पूरी कर सकते हैं आइआइटी दिल्ली के छात्र

नई दिल्ली [राहुल मानव]। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) दिल्ली ने अपने अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए नई नीति तैयार की है। कोविड-19 महामारी के कारण इस नीति को तैयार किया गया है। इस वर्ष बीटेक की डिग्री व एमटेक की डिग्री व अन्य पाठ्यक्रम की डिग्री प्राप्त करने वाले अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए यह नीति तैयार की गई है। अब इन सभी छात्रों को आइआइटी दिल्ली के कैंपस में परीक्षा देने के लिए आने की जरूरत नहीं होगी।

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घर से ही पूरी करेंगे डिग्री

वह घर से ही अपनी डिग्री को पूरा कर सकेंगे। इससे पहले आइआइटी दिल्ली ने 2 जुलाई से छात्रों को कैंपस आने के लिए कहा था। लेकिन, अब किसी भी छात्र को कैंपस आने की जरूरत नहीं है। आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रो वी.रामगोपाल राव ने इसके निर्देश जारी कर दिए हैं।

मिलेंगे दो विकल्‍प

आइआइटी दिल्ली ने अंतिम वर्ष के छात्रों को दो विकल्प दिए हैं। पहला विकल्प ये है कि छात्र रेगुलर मोड पर ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के लिए विकल्प चुन सकते हैं। जिसे बाद में कोविड-19 की स्थिति देख देखकर इसे सुनिश्चित किया जाएगा। दूसरा विकल्प होगा कि अर्ली ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने के विकल्प को चुन सकते हैं। यानी कि जल्दी डिग्री पाने के लिए विकल्प चुन सकते हैं। इस अर्ली डिग्री विकल्प में भी दो विकल्प है - पहला ऑडिट - पास व फेल ऑप्शन और दूसरा है क्रेडिट (ग्रेडिंग) ऑप्शन।

छात्रों को मिलेंगे दो विक्लप

इसके तहत अंतिम वर्ष के छात्रों को दो विकल्प दिए जाएंगे। जिससे वह अपनी डिग्री की सभी जरूरतों को घर रहकर ही पूरा कर सकते हैं। इसमें छात्रों को उनकी परीक्षा के मद्देनजर असाइंमेंट व प्रोजेक्ट दिए जाएंगे। जिनसे वह घर से ही पूरा सकते हैं। इसमें उन्हें दो विकल्प मिलेंगे। छात्र आॅडिट - पास व फेल या क्रेडिट (ग्रेडिंग) के विकल्प को चुन सकते हैं। ऑडिट ऑप्शन में छात्रों के विभागों के प्रोफेसर उनके लिए एक कटऑफ भी निर्धारित करेंगे। जिसके मद्देनजर उन्हें उस कटऑफ पहुंचना होगा।

क्या है आॅडिट व क्रेडिट में अंतर?

आॅडिट-पास व फेल का अर्थ ये है कि अब तक छात्रों ने अपने बीते सेमेस्टर में जो फीसद अंक प्राप्त किए हैं और वह अब आने वाले समय में इस वर्ष 2020 के सेमेस्टर के लिए दिए जाने वाले असाइंमेंट और प्रोजेक्ट को पूरा करते हैं। तो उनकी बीते सेमेस्टर के फीसद अंकों में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। उन्हें इस सेमेस्टर का आॅडिट - पास या फेल में दे दिया जाएगा और वह अपनी डिग्री को पूरा कर लेंगे। वहीं क्रेडिट का विकल्प चुनने पर छात्रों को इस वर्ष के सेमेस्टर को पूरा करने के लिए जो असाइंमेंट और प्रोजेक्ट दिए जाएंगे। उसे पूरा करने पर छात्रों को ए, बी, सी ग्रेड मिलेगा और उनकी बीते सेमेस्टर के आधार पर जो फीसद अंक हैं, उसमें बढ़ोतरी होगी।

विभागों के इंस्ट्रक्टर देंगे असाइंमेंट व प्रोजेक्ट -

छात्रों को उनके विभागों के इंस्ट्रक्टर असाइंमेंट व प्रोजेक्ट देंगे। छात्र इमेल, फोन के जरिये अपने जवाब भेज दे हैं। छात्रों के किसी भी तरह के सवाल हैं तो आइआइटी दिल्ली के छात्र इन इमेल आइडी - arugs@admin.iitd.ac.in , deanacad@admin.iitd.ac.in पर जाकर अपने सवाल भेज सकते हैं। सभी के सवालों के जवाब 24 घंटे में दे दिए जाएंगे। वहीं, अन्य वर्षों के छात्रों के लिए भी जल्द ही कोई विकल्प सुनिश्चित किया जाएगा। अकादमिक कैलेंडर से जुड़े फैसले भी कोविड-19 की स्थिति को देखकर आगे निर्धारित किए जाएंगे।

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