5 लाख मेट्रो यात्रियों के लिए खुशखबरी, शुरू हुआ नोएडा से सीधे द्वारका का सफर
यह एनसीआर का दूसरा सबसे लंबी दूरी का ट्रैक बन गया है जिसकी कुल लंबाई 56.46 किलोमीटर की होगी। इसके निर्माण में करीब 120088 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। शनिवार (9 मार्च, 2019) का दिन नोएडा के साथ-साथ दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के लिए भी ऐतिहासिक साबित हुआ जब नोएडा सेक्टर-63 इलेक्ट्रॉनिक सिटी से ब्लू लाइन मेट्रो ने द्वारका सेक्टर-21 (दिल्ली) के लिए रफ्तार भरी।
यहां पर बता दें कि इससे पहले शनिवार दोपहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रेटर नोएडा से नोएडा सेक्टर-32 सिटी सेंटर से सेक्टर-63 इलेक्ट्रॉनिक सिटी से ब्लू लाइन मेट्रो विस्तार का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री के उद्घाटन करने के बाद शनिवार शाम चार बजे नोएडा के सेक्टर-63 इलेक्ट्रॉनिक सिटी स्टेशन से मेट्रो को हरी झंडी दिखा गई है। इसके साथ ही लोगों के लिए शाम चार बजे से ही यह सेवा भी उपलब्ध हो गई है। इसके शुरू होते ही ग्रेटर नोएडा जाने वालों को भी फायदा होगा, क्योंकि अब यात्री सेक्टर-62 से ब्लू लाइन और फिर एक्वा लाइन से सफर कर सकेंगे।। बता दें कि कि सेक्टर-62 से द्वारका सेक्टर-21 (अंतिम स्टेशन) तक की दूरी 56.45 किलोमीटर है। बताया जा रहा है कि इससे रोजाना 5 लाख यात्रियों को लाभ होगा।
चार बजे शुरू हुआ संचालन
इलेक्ट्रॉनिक सिटी से सिटी सेंटर सेक्शन पर व्यावसायिक परिचालन शाम चार बजे शुरू हुआ। इलेक्ट्रॉनिक सिटी से सीधे द्वारका तक की मेट्रो का सफर शुरू हुआ है। इसी तरह सिटी सेंटर पहुंचने वाली मेट्रो भी इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक जाएगी। संचालन के साथ ही यह एनसीआर का दूसरा सबसे लंबी दूरी का ट्रैक बन गया है, जिसकी कुल लंबाई 56.46 किलोमीटर है। इस सेक्शन की कुल दूरी 6.675 किलोमीटर है। इसके निर्माण में करीब 120088 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस सेक्शन में सेक्टर-34, 52, 61, 62 व इलेक्ट्रॉनिक सिटी है। इस रूट पर मेट्रो सेवा शुरू होने से गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा व दिल्ली के मुसाफिरों को आसानी हो गई है। इस रूट पर सेक्टर-52 व इलेक्ट्रॉनिक सिटी पर पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है।
2009 में दिखाई थी हरी झंडी
बताते चले कि 12 नवंबर 2009 में नोएडा सेक्टर-15 से सिटी सेंटर तक के सेक्शन को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने हरी झंडी दिखाई दी। ऐसे में इस सेक्शन को इलेक्ट्रॉनिक सिटी विस्तार दिया गया है। इसका निर्माण भी अपने तय समय में पूरा किया गया है। ऐसे में करीब 10 साल बाद यह सेक्शन गाजियाबाद की सीमा तक पहुंच गया। ऐसे में गाजियाबाद के लोगों को भी राहत मिलेगी।
यह होगा फायदा
यह सेक्श्न सेक्टर-34, 52, 22 के आवासीय इलाकों के साथ सेक्टर-59, 61, 62 और सेक्टर-63 इलेक्ट्रॉनिक सिटी के वाणिज्यिक क्षेत्रों के लिए बहुत फायदेमंद होगा। इसके साथ नोएडा के सेक्टर-61, 62, इलेक्ट्रॉनिक सिटी में कई कॉरपोरेट कार्यालय होने के साथ साथ वाणिज्यिक एंक्लेव है। सेक्टर-57, 58, 59, 63, 64, 65, 67, 68 औद्योगिक सेक्टर हैं। यहां पर फेज-3 में 3578 इकाइयों का संचालन हो रहा है। इनमें प्रतिदिन करीब पांच लाख लोग काम करने आ रहे है। इन लोगों को भी मेट्रो के संचालन का फायदा मिलेगा। इस खंड ने शहर के बड़े अस्पतालों को दिल्ली के बड़े अस्पतालों से जोड़ दिया है। यानी यहां सेक्टर-62 में फोर्टिस, सेक्टर-63 में लाइफ केयर अस्पताल है। यह दिल्ली के एम्स, सफदरजंग, गंगाराम जैसे अस्पतालों से जुड़ गए हैं।