चर्चा में 16 किलो सोना पहने गोल्डन बाबा, खुले जीप में नेता की तरह कर रहे सवारी
गंगनहर पटरी मार्ग की तरह हाईवे भी रविवार को पूरी तरह केसरिया रंग में रंगा दिखाई दिया। चारों तरफ 'बोल बम-बोल बम' के जयकारे गूंज रहे हैं।
गाजियाबाद (जेेएनएन)। हरिद्वार से कांवड़ लेकर आ रहे गोल्डन बाबा कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार रात को करीब 10 बजे मोदीनगर की सीमा में प्रवेश कर गए। उनके पहुंचने की सूचना से पहले ही गाजियाबाद की सीमा पर कादराबाद क्षेत्र में मोदीनगर थाने का भारी पुलिसबल तैनात था। मेरठ के परतापुर थाने की पुलिस ने गोल्डन बाबा को मोदीनगर की सीमा तक सुरक्षित पहुंचाया।
बता दें कि गोल्डन बाबा शनिवार रात को मुजफ्फरनगर से मेरठ पहुंच गए थे। वहां रात्रि विश्राम के बाद गोल्डन बाबा रविवार दोपहर को मोदीनगर की ओर चल दिए। मेरठ से उनके मोदीनगर की सीमा प्रवेश करने की सूचना पाकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहले से तैयार थे। 16 किग्रा सोने का आभूषण पहनकर चल रहे गोल्डन बाबा के पीछे दर्जनों गाड़ियों का काफिला था।
गोल्डन बाबा किसी सधे हुए नेता की तरह खुले वाहन में सवार होकर हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। एसएचओ गजेंद्रपाल सिंह पुलिस बल के साथ उनके साथ रहे। 25 पुलिसकर्मियों की उनके इर्दगिर्द संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त डयूटी लगाई गई थी। पुलिस बल के अलावा गोल्डन बाबा के निजी बाउंसर भी सुरक्षा में थे।
हालांकि, बूंदाबांदी के कारण पिछले साल की तरह उनके आसपास ज्यादा भीड़भाड़ नहीं दिखी। कम लोग ही उन्हें देखने के लिए पहुंचे थे। पुलिस उन्हें बार-बार मुरादनगर की सीमा क्षेत्र में पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही थी। जबकि वे मोदीनगर की सीमा क्षेत्र स्थित निजी होटल पर रात्रि विश्राम की जिद कर रहे थे।
उधर, पुलिस-प्रशासन के आला अफसर भी उनकी थोड़ी-थोड़ी देर में जानकारी जुटा रहे थे। ध्यान रहे कि पिछली साल गोल्डन बाबा ने 11 किलो सोना पहना था। जबकि इस साल वह 16 किग्रा सोना धारण करने का दावा कर रहे हैं।
एक लाख कांवड़िये कर जाएंगे मोदीनगर की सीमा में प्रवेश
गंगनहर पटरी मार्ग की तरह हाईवे भी रविवार को पूरी तरह केसरिया रंग में रंगा दिखाई दिया। चारों तरफ 'बोल बम-बोल बम' के जयकारे गूंज रहे हैं। पुलिस का अनुमान है कि सोमवार को मोदीनगर की सीमा में एक लाख से अधिक कांवड़िये प्रवेश कर जाएंगे।
इस समय हाईवे व गंगनहर पटरी मार्ग पर राजस्थान व हरियाणा के कांवड़िये ज्यादा गुजर रहे हैं। लेकिन जैसे-जैसे शिवरात्रि नजदीक आ रही है, कांवड़िये तेजी से अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। शिवरात्रि के तीन दिन शेष रहने के चलते दिल्ली-एनसीआर के कांवड़िये भी मेरठ व मुजफ्फरनगर की सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। एक लाख से अधिक कांवड़ियों ने रविवार को मेरठ में आश्रय ले रखा था। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि सोमवार को ये एक लाख से अधिक कांवड़िये मोदीनगर की सीमा में प्रवेश कर जाएंगे।
बता दें कि अब गंगनहर पटरी मार्ग पर कांवड़ियों की संख्या घटेगी और हाईवे पर कांवड़ियों की संख्या बढ़ेगी। राजस्थान और हरियाणा के कांवड़िये गंगनहर पटरी मार्ग को बेहतर विकल्प मानते हैं। वन-वे होने के बाद दिल्ली-एनसीआर के 90 फीसद कांवड़िये हाईवे से ही गुजरते हैं।
एसडीएम पवन अग्रवाल का कहना है कि कांवड़ियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। मेरठ से भी लगातार फीडबैक ली जा रही है। इसी के चलते कांवड़ डयूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। किसी भी स्तर से लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बंद रहेगा गौशाला अंडरपास
सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक के चलते गौशाला अंडरपास बंद रहेगा। सोमवार तड़के तीन बजे से जीटी रोड पर घंटाघर व नया बस अड्डा से जस्सीपुरा की तरफ आने जाने वाले वाहनों को ठाकुरद्वारा फ्लाईओवर से भेजा जाएगा। जीटी रोड पर हापुड़ तिराहे से घंटाघर के बीच हल्के व भारी वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद रहेगा। हापुड़ मोड़ व घंटाघर के पास बैरियर लगाकर रोड बंद कराई जाएगी। विजयनगर की ओर से गौशाला अंडरपास से होकर शहर में किसी भी वाहन को नहीं आने दिया जाएगा। यातायात निरीक्षक ने बताया कि श्रवण पास के प्रत्येक सोमवार को डायवर्जन की यह व्यवस्था लागू की जाएगी, जोकि अलसुबह तीन बजे से जल समाप्ति तक रहेगी।