तेजी से दस्तावेज जांच के लिए एयरपोर्ट स्थित इमीग्रेशन काउंटर पर लगाई गई शीशे की दीवार
टर्मिनल स्थित इमीग्रेशन काउंटरों पर शीशे की दीवार लगा दी गई है। ताकि यात्रियों की दास्तावेज जांच जल्द हो सके।
नई दिल्ली [ संतोष शर्मा]। अाइजीअाइ एयरपोर्ट पर कोरोना काल में विदेश से अाने अौर जाने वाले यात्रियों को इमीग्रेशन काउंटर पर दस्तावेज जांच के लिए अब ज्यादा देर खड़ा नहीं रहना पड़ेगा। टर्मिनल स्थित इमीग्रेशन काउंटरों पर शीशे की दीवार लगा दी गई है। ताकि यात्रियों की दास्तावेज जांच जल्द हो सके। एयरपोर्ट पर एक इमीग्रेशन काउंटर पर पहले से दो कर्मियों के बैठकर काम करने सुविधा है। लेकिन, कोरोना काल में शारीरिक दूरी के नियम के तहत अब तक एक काउंटर पर एक ही कर्मी सेवा दे पा रहे थे।
कर्मचारी कम होने के कारण यात्रियों को इमीग्रेशन में पहले से ज्यादा समय लग रहा था। लेकिन काउंटर पर अब शीशे की दीवार लग जाने से जहां यात्रियों को सुविधा होगी वहीं, इमीग्रेशन कर्मियों में कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा भी नहीं रहेगा। एयरपोर्ट पर अराइवल अौर डिपार्चर दोनों टर्मिनल में करीब 150 इमीग्रेशन काउंटर पर शीशे की दीवार लगा दी गई है।
दरअसल कोरोना के कारण लाकडाउन शुरू होते ही देश भर में अंतरराष्ट्रीय अौर घरेलु उड़ानों का संचालन रोक दिया गया था। हालांकि कुछ समय बाद विदेश में फंसे लोगों को भारत लाने के लिए सरकार ने वंदे भारत मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू की थी। वतर्मान में भी बबल योजना के तहत कई देशों में फंसे यात्री दोनों अोर से अा अौर जा रहे हैं। एक समय पर ज्यादा उड़ान पहुंच जाने पर इमीग्रेशन काउंटर उन यात्रियों को दस्तावेज जांच के लिए काफी प्रतीक्षा करना पड़ रहा था। चूंकि कोरोना संक्रमण से बचाव के नियम के कारण इमीग्रेशन काउंटर पर दो की जगह होने के बावजूद एक ही कर्मी काम कर पा रहे थे।
इस स्थित में अाइजीअाइ एयरपोर्ट संचालक कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने इमीग्रेशन काउंटरों पर शीशे की दीवार बनाने का निशच्य किया। इमीग्रेशन अधिकारी ने बताया कि टर्मिनल-3 में करीब 150 इमीग्रेशन काउंटर पर शीशे की दीवर लगा दी गई है। इसके बाद दो कर्मियों ने एक साथ इमीग्रेशन जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में विदेश से अाए यात्रियों को एयरपोर्ट से बहार निकलने में ज्यादा समय लगने की शिकायत की जा रही है। लेकिन इसका इमीग्रेशन से कोई तालुक नहीं है। विदेश से अाने वाले यात्रियों को सात दिन तक क्वांरटाइन में रहने का नियम है। क्वारंटाइन की प्रक्रिया स्वास्थ्य व जिला अधिकारी की देखरेख में पूरी की जाती है। विकल्प होने के बावजूद ज्यादातर यात्री किस होटल में क्वारंटाइन होना है इसका चयन वे अाइजीअाइ एयरपोर्ट पर उतरने के बाद करते हैं। इसमें काफी समय लगता है।
डायल के सीइओ विदेह कुमार जयपुरियार ने कहा कि एयरपोर्ट पर स्थान की कोई कमी है। पहले की तुलना में एयरपोर्ट पर सिर्फ 10 फीसद यात्रियों की अावाजाही हो रही है। वहीं, शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए उनके बैठने अौर इंतजार करने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यात्री नियमों का पालन करें इसके लिए वहां कर्मचारी भी नियुक्त किए गए हैं। इमीग्रेशन काउंटर पर शीशा लग जाने के कारण जल्द दस्तावेज जांच होने से यात्रियों को सुविधा होगी।