डीयू के एफएमएस को तरजीह दे रही हैं लड़कियां
बीते साल की तुलना में इस वर्ष के शैक्षणिक सत्र में दाखिला लेने वाली छात्राओं की संख्या में 110 फीसद का इजाफा हुआ है।
नई दिल्ली (राहुल मानव)। दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एफएमएस) में बीते साल की तुलना में इस साल के शैक्षणिक सत्र में ज्यादा लड़कियों ने दाखिला लिया है। पिछले साल 39 छात्राओं ने एफएमएस में दाखिला लिया था। इस साल 83 छात्राओं ने दाखिला लिया है। पिछले साल से तुलना करें तो छात्राओं की संख्या में 110 फीसद का इजाफा हुआ है। वहीं लड़कियां आइआइएम अहमदाबाद से ज्यादा एफएमएस को भी तरजीह देने लगी हैं।
लगातार बढ़ रही है छात्राओं की संख्या
एफएमएस के मीडिया प्रभारी रितेश सिंह ने बताया कि इस शैक्षणिक सत्र में छात्राओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। छात्राएं आइआइएम अहमदाबाद से ज्यादा एफएमएस को प्राथमिकता दे रही हैं। इसका कारण यह है कि एफएमएस में एमबीए की एक साल की फीस मात्र 11 हजार रुपये है। वहीं आइआइएम जैसे संस्थान में एक साल की फीस लाखों में है। एफएमएस में और आइआइएम जैसे संस्थानों में दाखिले की प्रक्रिया भी सामान्य तरीके से होती है। छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होती है और उनका साक्षात्कार भी होता है। जिसके बाद उन्हें दाखिला दिया जाता है।
पैकेज के मामले में लड़कों से अव्वल हैं लड़कियां
डीयू के एफएमस में इस साल प्लेसमेंट के दौरान छात्राओं का पैकेज छात्रों की तुलना में ज्यादा रहा। छात्रों का औसत पैकेज 20.9 लाख रुपये का रहा। वहीं छात्राओं का पैकेज 22.7 लाख रुपये का रहा। गूगल, गोदरेज, एयरटेल जैसी कंपनियां भी प्लेसमेंट के लिए संस्थान में पहुंचीं। इस साल एक छात्र को सर्वाधिक पैकेज 54.7 लाख रुपये का मिला।
श्री ग्रुरू तेग बहादुर खालसा कॉलेज में शुरू हुआ कौशल विकास केन्द्र
दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में दीन दयाल उपाध्याय कौशल विकास केंद्र की स्थापना की गई है। इससे व्यवसायिक कोर्स करने वाले विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीपीसी) के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने बताया कि खालसा कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय का एकमात्र कॉलेज है जिसमें कौशल केंद्र स्थापित किया गया है। इसमें स्नातक के पांच और स्नातकोत्तर के चार कोर्स उपलब्ध होंगे। विद्यार्थी यहां मल्टीमीडिया, फोरेंसिक साइंस, मास मीडिया, कंप्यूटर साइंस, ई-टैक्सेशन, ई- अकाउंटिंग जैसे महत्वपूर्ण कोर्स कर सकेंगे। इसके साथ ही विद्यार्थी सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा और एडवांस डिप्लोमा भी कर सकेंगे। विद्यार्थियों के लिए लगभग 500 सीटें उपलब्ध होंगी।