डी-112 मिर्ची गैंग के सरगना आशु जाट समेत नौ पर गैंगस्टर, दो महिला समेत तीन गिरफ्तार
मुंबई के न्यायालय से आशु को हापुड़ पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर 6 सितंबर को जनपद पहुंची थी। निजामपुर कट के पास पहुंचने पर आशु ने बहाने से पुलिस की गाड़ी को रुकवा लिया। शातिराना अंदाज में सिपाही की पिस्टल छीनकर मौके से भागने की कोशिश की।
केशव त्यागी, हापुड़। डी-112 मिर्ची गैंग के सरगना आशु जाट समेत नौ आरोपितों पर पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई की है। इन आरोपितों में मिर्ची गैंग के सदस्य व आशु को संरक्षण देने वाले लोग शामिल हैं। पुलिस ने आशु की भाभी, मां व ससुर को गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस ने मुखबिरों का नेटवर्क फैला दिया है। भाजपा नेता चंद्रपाल, राकेश शर्मा और नोएडा के गौरव चंदेल हत्याकांड के मुख्य आरोपित आशु जाट के नाम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश थर्राता है। डी-112 मिर्ची गैंग के सरगना आशु को ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देने में महारत हासिल है। पांच सितंबर को हापुड़ पुलिस ने मुंबई पुलिस की मदद से आशु को मुंबई के विले पार्ले इलाके से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी उस समय हुई थी जब वह रूप बदलकर फल बेच रहा था।
मुंबई के न्यायालय से आशु को हापुड़ पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर लेकर छह सितंबर को जनपद पहुंची थी। दिल्ली रोड निजामपुर कट के पास पहुंचने पर आशु ने लघुशंका के बहाने पुलिस की गाड़ी को रुकवा लिया। शातिराना अंदाज में आशु ने सिपाही अंकुर की पिस्टल छीनने का प्रयास कर मौके से भागने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने घेराबंदी कर उसे कुछ ही दूरी पर दबोच लिया था। आशु के खिलाफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में कुल 53 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से लूट, हत्या, डकैती व हत्या के प्रयास के मामले में करीब 20 मुकदमे जनपद हापुड़ में दर्ज हैं।
कस्टडी रिमांड के दौरान आशु ने उगले थे कई राज
आशु को कस्टडी रिमांड के दौरान पुलिस ने पूछताछ की थी। इस दौरान पता चला कि डी-112 या मिर्ची गैंग में करीब 88 बदमाश हैं। आशु का भाई भोलू समेत कई बदमाश जेल में हैं तो कई बाहर हैं। आशु को उसके पिता जनपद गाजियाबाद के थाना मसूरी क्षेत्र के गांव काजीपुरा निवासी राजेंद्र, भाभी रितू, मां ओमवीर, गैंग के सदस्य पिलखुवा के गांव फगौता निवासी रामकुमार, गौरव, ससुर धौलाना के गांव करनपुर जट्ट निवासी राजेंद्र कुमार, सास सुनीता व दोस्त टेकचंद उर्फ मंटू ने संरक्षण दिया था।
अब जिला अधिकारी अदिति सिंह व एसपी संजीव सुमन की संस्तुति पर आशु समेत उक्त सभी को गैंगस्टर में निरूद्ध किया है। आशु के ससुर राजेंद्र, भाभी रितू व मां ओमवीरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि उसके पिता राजेंद्र, सास सुनीता व दोस्त टेकचंद उर्फ मंटू फिलहाल फरार हैं। जबकि आशु, रामकुमार व गौरव पूर्व में ही जेल में सजा काट रहे हैं।
करीबियों के शस्त्र लाइसेंस होंगे निरस्त
एएसपी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि पुलिस आशु के ऐसे करीबियों की तलाश कर रही हैं। जो उसे संरक्षण देने के अलावा असलाह धारक भी हैं। ऐसे लोगों को चिंहित कर उनके लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे। इस संबंध में पुलिस जल्द ही शासन को रिपोर्ट भेजगी। आशु की संपत्ति का ब्यौरा भी खंगाला जा रहा है। जल्द ही उसकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
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