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जस्ट डॉयल से नंबर लेकर फंसाते थे, हरियाणा बुला कर करते थे अपहरण; फिर चलता था फिरौती का खेल

जस्ट डायल से नंबर लेकर बदमाश एजेंट व अन्य कारोबारी से संपर्क कर उसे बहाने से हरियाणा में बुला लेते थे। बाद में बंधक बनाकर लूटपाट के साथ ही पीड़ित के परिजनो से फिरौती वसूली जाती थी।

By Edited By: Published: Thu, 03 Oct 2019 09:32 PM (IST)Updated: Thu, 03 Oct 2019 10:18 PM (IST)
जस्ट डॉयल से नंबर लेकर फंसाते थे, हरियाणा बुला कर करते थे अपहरण; फिर चलता था फिरौती का खेल
जस्ट डॉयल से नंबर लेकर फंसाते थे, हरियाणा बुला कर करते थे अपहरण; फिर चलता था फिरौती का खेल

नई दिल्ली, जेएनएन। उत्तरी जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो जस्ट डॉयल से एजेंटों व कारोबारियों का फोन नंबर लेकर पहले उन्हें जाल में फंसाकर नूंह (हरियाणा) बुलाता था और फिर उनका अपहरण कर फिरौती वसूलता था। पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह के सरगना ने पूछताछ में बताया कि वह और उसके साथी अपहरण व लूटपाट की कई वारदात को अंजाम दे चुके हैं।

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दिल्ली, मुंबई, आगरा और जयपुर के कई लोगों से फिरौती वसूल चुके हैं। सरगना की पहचान शमीम के रूप में हुई है। उसने सिविल इंजीनियरिंग में पॉलिटेक्निक से डिप्लोमा कर रखा है। उसके चार साथियों की तलाश की जा रही है। शमीम और उसके साथियों ने हाल ही में हरियाणा में एक नाबालिग का कार से अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म किया था।

पुलिस उपायुक्त मोनिका भारद्वाज ने बताया कि तीन सितंबर को बदमाशों ने लोन संबंधी जानकारी के लिए दिल्ली निवासी कमीशन एजेंट गुरदीप सिंह को गुरुग्राम में बुलाया था। इसके बाद उनका अपहरण कर नूंह ले गए और परिजनों से 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। बाद में मामला 50 हजार रुपये में तय हो गया था। परिजनों ने 15 हजार रुपये बदमाशों के खाते में स्थानांतरित किए थे।

इन रुपयों को बदमाशों ने नूंह के एक एटीएम से निकाला था। बाद में पुलिस के डर से बदमाशों ने बकाया रुपये लिए बिना गुरदीप को छोड़ दिया था। इस संबंध में गुलाबी बाग थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तरी जिले के स्पेशल स्टाफ को जांच का जिम्मा सौंपा गया। इंस्पेक्टर सुनील कुमार की टीम ने उस मोबाइल नंबर का कॉल डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) निकाला, जिससे फिरौती के लिए फोन आया था। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली गई।

करीब एक महीने बाद पुलिस को जानकारी मिली कि गिरोह का सरगना शमीम राजस्थान के जयपुर में है। पुलिस ने जयपुर से आरोपित को धर दबोचा। अलवर से लिफ्ट लगाने के बहाने बुलाया था दो लोगों को पुलिस पूछताछ में शमीम ने बताया कि वह हारून, मजिद, सानिद और पंडित के साथ वारदात करता था। वे जस्ट डॉयल से फोन नंबर लेकर लोगो को जाल में फंसाकर नूंह बुलाते थे। नूंह आते ही उनका अपहरण कर लिया जाता था। हाल ही में उन्होंने राजस्थान के अलवर से शरद और राजन को लिफ्ट लगाने के बहाने नूंह बुलाकर लूटपाट की थी। शमीम ने कार में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म भी किया था।


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