Delhi Police: दिल्ली पुलिस के 26 अधिकारियों को वीरता पुरस्कार, कुख्यात आतंकियों पर दबिश के लिए मिला सम्मान
दिल्ली पुलिस के 26 अधिकारियाें व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इनमें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से दो अधिकारी सात अधिकारी पुलिस वीरता पदक और 17 अधिकारियों को सराहनीय सेवा पुलिस पदक प्रदान किए गए हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली पुलिस के 26 अधिकारियाें व कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। इनमें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से दो अधिकारी, सात अधिकारी पुलिस वीरता पदक और 17 अधिकारियों को सराहनीय सेवा पुलिस पदक प्रदान किए गए हैं।
स्पेशल सेल के एसीपी लिलित मोहन नेगी,एसआइ सुंदर गौतम, एसआइ शमशेर सिंह और एसआइ रघुवीर सिंह ने 17 फरावरी, 2020 को दो कुख्यात बदमाशों को मुठभेड़ के दौरान पकड़ा था। मुठभेड़ के दौरान बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की थी। दोनों बदमाश हत्या, हत्या के प्रयास समेत कई संगीन आपराधिक मामलों में शामिल रहे हैं। इस मुठभेड़ में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को पुलिस वीरता पदक प्रदान किया गया है। एसीपी ललित मोहन को तीसरी बार यह पदक प्रदान किया जा रहा है।
एएसआइ मनोज भाटी, एएसआइ शाजाद खान
स्पेशल सेल के एएसआइ मनोज भाटी व शाजाद खान अपनी टीम के साथ पूर्वी दिल्ली इलाके में सात दिसंबर 2020 को आतंकी संगठन हिज़्बुल मुजाहिदीन के लिए काम करने वाला आतंकी गुरजीत सिंह और सुखदीप सिंह उर्फ भूरा को मूठभेठ के दौरान धर दबोचा था। दोनों पुलिस अधिकारियों को पुलिस वीरता पदक प्रदान किया गया है।
इंस्पेक्टर (अब एसीपी) प्रदीप कुमार
29 जनवरी 2021 को अलीपुर इलाके में कृषि कानून विरोधी प्रदर्शन के दौरान आसपास के ग्रामीण सीमा खाली कराने को लेकर प्रदर्शनकारियों के साथ बातचीत करने आए। इस दौरान तीखी बहस के बाद प्रदर्शनकारियों ने ग्रामीणों पर पथराव शुरू कर दिया। कानून और व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए एसएचओ प्रदीप कुमार पालीवाल अपनी टीम के साथ वहां एकत्रित प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों की तरफ से तलवार से हुए हमले में प्रदीप गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनके जख्मों पर 54 टांके लगाने पड़े।इन्हें पुलिस वीरता पदक प्रदान किया गया है।
प्रेम नाथ, संयुक्त पुलिस आयुक्त
संयुक्त पुलिस अायुक्त प्रेम नाथ को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्र पति पुलिस पदक प्रदान किया गया है। वह 1990 में दिल्ली पुलिस में एसीपी के रूप में शामिल हुए थे। उन्हाेंने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में भी काम किया। उन्हें 2010 में सीडब्ल्यूजी का डीसीपी बनाया गया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय में सेफ सिटी प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी सौपी गई थी। उन्होंने इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक आपरेशंस के कामकाज का पर्यवेक्षण किया। पुलिसिंग में नई तकनीकों को शामिल किया, दिल्ली पुलिस द्वारा शुरू की गई विभिन्न प्रौद्योगिकी आधारित परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी की।
एसीपी सुनीता शर्मा
एसीपी सुनीता शर्मा दिल्ली पुलिस में 1987 में एसआइ के तौर पर भर्ती हुई थीं। वह नानकपुरा में महिला थाने की पहली महिला एसएचओ रही हैं। इन्होंने महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए। इसके लिए इन्हें लगातार दो वर्ष (2017-18) लिम्का बुक आफ रिकार्ड से सम्मनित किया गया। इन्हें विशिष्ट सवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान किया गया है।
इन्हें मिला सराहनीय सेवा पुलिस पदक
एसीपी सतविंदर सिंह,इस्पेक्टर नरेंद्र कुमार शर्मा, इंस्पेक्टर जसविंदर कौर,एसीपी मुकेश राठी, इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह, एसीपी जसविंदर कौर, इंस्पेक्टर शिव चरण मीणा, एसआइ जय भगवान, हवलदान माला राम, एसआइ विनय कुमार, एसआइ राजेंद्र कुमार,इंस्पेक्टर जावेद हुसैन, इंस्पेक्टर निर्मल कुमार, एसाआइ सतेंद्र कुमार, एसआइ राजेंद्र कुमार शर्मा, एसआइ सविता, एसआइ रोहितास्वा।