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AN-32 Crash: नम आंखों से लेफ्टिनेंट राजेश थापा को दी गई अंतिम विदाई, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि Faridabad News

एयरफोर्स के लापता हुए और बाद में हादसे का शिकार हुए विमान An-32 में जान गवाने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा का शुक्रवार को अंतिम संस्कार किया गया।

By Mangal YadavEdited By: Published: Fri, 21 Jun 2019 02:51 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jun 2019 02:51 PM (IST)
AN-32 Crash: नम आंखों से लेफ्टिनेंट राजेश थापा को दी गई अंतिम विदाई, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि Faridabad News
AN-32 Crash: नम आंखों से लेफ्टिनेंट राजेश थापा को दी गई अंतिम विदाई, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि Faridabad News

फरीदाबाद, जेएनएन। वायुसेना के दुर्घटनाग्रस्त मालवाहक विमान एएन-32 में शहीद हुए लेफ्टिनेंट राजेश थापा का अंतिम संस्कार शुक्रवार को सेक्टर 22 स्थित स्वर्ग आश्रम में कर दिया गया। छोटे भाई रामकृष्ण थापा ने शहीद थापा को मुखाग्नि दी।

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इससे पहले अपने सपूत की अंतिम झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। भारत माता की जय घोष और राजेश थापा अमर रहे के नारों के साथ शहरवासियों ने अंतिम विदाई दी। इस दौरान एयरफोर्स के अधिकारी और जिला उपायुक्त अतुल कुमार भी मौजूद रहे।

फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाकर विधायक सीमा त्रिखा ने भी श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा एयरफोर्स के अधिकारी और जिला उपायुक्त अतुल ने भी थापा को फूल-माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। मातमी धुन और शस्त्र उल्टे कर फ्लाइट लेफ्टिनेंट को पुलिस टुकड़ी की ओर से भी श्रद्धांजलि दी गई।

बता दें कि मूलरूप से नेपाल के रहने वाले फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा यहां अपनी दादी रामा माया थापा के पास ही रहते थे। दो साल की उम्र में ही दादी अपने पोते को नेपाल से ले आई थी और यहां के सेंट जॉन्स स्कूल सेक्टर-7ए में अपनी पढ़ाई की थी और बाद में एयरफोर्स में शामिल हुए थे। इस समय उनकी पोस्टिग जोरहाट, असम में थी।

तीन जून को लापता हुए वायुसेना के एएन-32 विमान में राजेश थापा भी सवार थे। 13 जून को वायुसेना ने जानकारी दी थी कि एएन-32 में सवार कोई भी सैन्यकर्मी सैन्यकर्मी नहीं बचा है। तब से दिवंगत फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा के पार्थिव शरीर का इंतजार किया जा रहा था।

जानिए राजेश थापा के बारे में
अरुणाचल प्रदेश में वायुसेना के मालवाहक विमान एएन-32 के क्रेश होने पर जान गंवाने वाले फरीदाबाद के निवासी 26 वर्षीय फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजेश थापा मूल रूप से नेपाल के निवासी थे। राजेश थापा जब मात्र दो साल के थे, तब उनकी दादी रामा माया थापा पोते राजेश को अपने साथ नेपाल से फरीदाबाद ले आई थी।

थापा अपनी दादी के पास ही रहकर पले बढ़े। राजेश ने यहां के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित निजी स्कूल सेंट जॉन्स से नर्सरी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई की। वर्ष 2009 में राजेश थापा ने सीबीएसई से 12वीं कक्षा की परीक्षा पास करने के बाद एनडीए(नेशनल डिफेंस अकादमी)की प्रवेश परीक्षा पास की थी।

राजेश थापा का करियऱ

-2010 में एनडीए ज्वाइन की।

-2013 में एनडीए पास करने के बाद उसका चयन वायुसेना में हो गया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट बने।

-राजेश अविवाहित थे, उनके पिता हरि थापा और मां शिवा थापा के अतिरिक्त दो छोटे भाई-बहन हैं।

-राजेश 2 मई को छुट्टी पर घर आए और 27 मई को वापस जोरहाट चले गए थे।
 

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