दिल्ली सरकार का तोहफाः अब निजी अस्पतालों में होगी मुफ्त डायलिसिस की सुविधा
योजना के तहत तीन साल से दिल्ली में रह रहे अर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा मिलेगी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा का अभाव व लंबी प्रतीक्षा सूची के मद्देनजर अब निजी अस्पतालों में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा की जाएगी। इसके लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) के तहत दिल्ली सरकार निजी अस्पतालों से समझौता करेगी, ताकि तीन लाख तक की आय वाले आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा मिल सके।
निजी अस्पतालों को सरकार प्रति मरीज 1274 रुपये भुगतान करेगी। इन शर्तों के साथ स्वास्थ्य विभाग ने निजी अस्पतालों से आवेदन मांगे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पीपीपी मॉडल के तहत 75 डायलिसिस मशीनें विभिन्न अस्पतालों में लगाने की योजना है। जिसमें 15 मशीनें लगाई जा चुकी हैं, जबकि अन्य 60 मशीनें अगले तीन महीने में लगने की उम्मीद है।
इस योजना के तहत तीन साल से दिल्ली में रह रहे अर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को मुफ्त डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। इस योजना से निजी अस्पतालों को भी जोड़ा जाएगा। स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय व सीजीएचएस (केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवा योजना) से मान्यता प्राप्त अस्पताल आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन करने वाले अस्पतालों के पास 10 डायलिसिस मशीनें होनी जरूरी हैं। उम्मीद है कि इस योजना से पांच से 10 अस्पतालों को जोड़ा जा सकेगा। इससे डायलिसिस की बेहतर सुविधा उपलब्ध हो पाएगी। पहले से हैं 60 डायलिसिस मशीनें पीपीपी मॉडल पर दिल्ली सरकार के तीन अस्पतालों में पहले से 60 डायलिसिस मशीनें हैं। इसमें से लोकनायक अस्पताल में 10, ताहिरपुर स्थित राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में 30 व हेडगेवार अस्पताल में 20 मशीनें हैं। उनमें भी गरीबों को मुफ्त व अन्य लोगों के लिए सस्ते दर पर डायलिसिस की सुविधा है।