फैशन शो के चक्कर में कैसे मुसीबत में फंस गए फिल्म वोदका डायरीज के निर्माता
एक दोस्त ने उन्हें दुबई फैशन शो में पार्टनर बनने का ऑफर दिया था। इनकार करने पर उसने उनसे 50 लाख रुपये का लोन ले लिया। अब वापस नहीं कर रहा।
नोएडा (जेएनएन)। बॉलिवुड फिल्म निर्माता विशाल राज दुबई में फैशन शो आयोजित कराने के चक्कर में बुरे फंस गए हैं। विशाल राज हाल में रिलीज हुई केके मेनन अभिनीत बॉलिवुड फिल्म वोदका डायरीज के निर्माता रहे हैं। इसके अलावा भी वह कई बॉलिवुड फिल्मों के निर्माता रहे हैं।
नोएडा के सेक्टर-33 में रहने वाले विशाल राज ने बताया कि दो साल पहले एक व्यक्ति ने उन्हें दुबई में आयोजित होने वाले एक फैशन शो में पार्टनर बनने का ऑफर दिया, तब उन्होंने इन्कार कर दिया था। इसके बाद आरोपित ने उनसे दोस्ती करके भरोसे में लिया और इवेंट आयोजित करने के लिये 50 लाख रुपये का लोन ले लिया। अब आरोपित रुपये लौटाने से इन्कार कर रहा है।
विशाल राज का कहना है कि आरोपित जोसेफ केरल का रहने वाला है। दो साल पहले उनकी जोसेफ से मुलाकात हुई थी। उस दौरान जोसेफ उनके पास दुबई फैशन लीग इवेंट में पार्टनर बनने का ऑफर लेकर आया था। उन्हें इस इवेंट में दिलचस्पी नहीं थी, लिहाजा उन्होंने इनकार कर दिया था। कुछ दिनों में आरोपित ने उनसे दोस्ती कर ली। इसके बाद दोबारा फैशन शो में पार्टनर बनने का ऑफर दिया। दूसरी बार भी विशाल राज ने इनकार कर दिया। इस पर आरोपित ने इवेंट आयोजित करने के लिये 50 लाख रुपये का लोन मांगा।
उन्होंने अपने परिचित से ब्याज पर 50 लाख रुपये दिलवा दिये। आरोपित ने दूसरे व्यक्ति के नाम से पोस्ट डेटेड का एक चेक दिया और बताया कि वह भी कंपनी का पार्टनर है। इवेंट खत्म होने के बाद उन्होंने चेक खाते में लगाया तो वह बाउंस हो गया। इसके बाद विशाल ने उस व्यक्ति से संपर्क किया, तो उसने जोसेफ को पहचानने से इन्कार कर दिया। मामले में विशाल राज ने नोएडा के थाना सेक्टर-20 में शिकायत दी है। पुलिस उनकी शिकायत पर जांच कर रही है।
मसाले के निर्यात के नाम पर डीएस ग्रुप से करोड़ों ठगे
नोएडा स्थित धर्मपाल सत्यपाल ग्रुप (डीएस ग्रुप) को विदेश में गर्म मसाले का निर्यात करने का झांसा देकर ठगों ने 10 करोड़ रुपये ठग लिए। डीएस ग्रुप की तरफ से सेक्टर- 20 कोतवाली में छह आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने छापामार कर एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
नोएडा के सेक्टर-3 में डीएस ग्रुप की कैच ब्रांड नाम से गर्म मसाला और रजनीगंधा ब्रांड नाम से पान मसाला बनाने की फैक्ट्री है। ग्रुप के जनरल मैनेजर (सेल्स) अमित शुक्ला ने पुलिस को शिकायत दी कि जनवरी 2018 में एसवीओ एक्सपोर्ट कंपनी का डॉयरेक्टर बताकर कुछ लोगों ने उनसे संपर्क किया। उन्हें बताया कि वे देशी कंपनियों से माल खरीदकर विदेश में निर्यात करते हैं। उन्होंने डीएस ग्रुप से बड़ी मात्र में माल खरीदने का ऑफर दिया और 25 पर्सेंट कीमत एडवांस में और शेष रकम माल डिलीवरी के एक महीने बाद देने की बात तय हुई।
इसके बाद आरोपितों ने 12 करोड़ रुपये के माल का ऑर्डर दिया। डीएस ग्रुप ने यह माल उनके बताए दिल्ली के पते पर भेज दिया। माल पहुंचते ही आरोपितों ने 2 करोड़ रुपये डीएस ग्रुप के खाते में आरटीजीएस के जरिए ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद ग्रुप का उन पर यकीन बढ़ गया। माल मिलने पर आरोपित कंपनी के डॉयरेक्टरों ने एक महीने बाद का चेक दिया। एक महीने बाद 10 करोड़ रुपये का चेक बैंक में डाला गया तो वह बाउंस हो गया। आरोप है कि ग्रुप ने आरोपित कंपनी के कार्यालय में विरोध जताकर पेमेंट देने की मांग की, तो आरोपितों ने उनके स्टाफ के साथ धक्का-मुक्की करके पैसे देने से इन्कार कर दिया गया।
मामले में नोएडा के थाना सेक्टर-20 प्रभारी निरीक्षक मनीष सक्सेना ने बताया कि डीएस ग्रुप की शिकायत पर आरोपित कंपनी के निदेशक मनोज कुमार, धीरज कुमार, लक्ष्य वर्मा, सुनील गर्ग, सुभाष कुमार शर्मा और केएन भारद्वाज के खिलाफ रिपोर्ट की गई है। दिल्ली स्थित कंपनी के कार्यालय पर छापामारी करके आरोपित मनोज कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य फरार आरोपितों की तलाश की जा रही है।