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Delhi News: क्रेडिट कार्ड में सेंध लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, विदेशी बैंक की फर्जी वेबसाइट और एप से करते थे ठगी

Delhi Newsपूछताछ में पता चला है कि आरोपित अब तक सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुके हैं। फिलहाल पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर मामले में और जानकारी जुटा रही है। बुराड़ी के सुभाष चंद्र झा के क्रेडिट कार्ड से 1.95 लाख रुपये कट गए थे।

By Pradeep Kumar ChauhanEdited By: Published: Sat, 13 Aug 2022 07:59 PM (IST)Updated: Sat, 13 Aug 2022 07:59 PM (IST)
Delhi News: क्रेडिट कार्ड में सेंध लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, विदेशी बैंक की फर्जी वेबसाइट और एप से करते थे ठगी
Delhi News:पूछताछ के बाद गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

नई दिल्ली [धनंजय मिश्रा]। यदि आपके क्रेडिट कार्ड से बिना जानकारी के पैसे कट जाए तो यह ज्यादा हैरानी की बात नहीं होगी, उत्तरी जिले के साइबर सेल थाना पुलिस ने एक ऐसे ही गिरोह का पर्दाफाश किया जो लोगों के मोबाइल में एप डाउनलोड कर उनके क्रेडिट कार्ड में सेंध लगाता था। मामले में पुलिस ने तीन युवतियां समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

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गिरोह का सरगना अतुल शर्मा हरियाणा के हिसार का रहने वाला है। प्रदीप, कोमल, जैनब और चांदनी दिल्ली के हैं। पूछताछ में पता चला है कि आरोपित अब तक सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुके हैं। फिलहाल पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर मामले में और जानकारी जुटा रही है। बुराड़ी के सुभाष चंद्र झा के क्रेडिट कार्ड से 1.95 लाख रुपये कट गए थे।

शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच के लिए एसएचओ पवन तोमर के नेतृत्व मे एसआई रोहित, रंजीत, गुमान, हवलदार कुलराम, कर्मवीर और सुनीता की टीम का गठन किया गया। जांच में पता चला कि उक्त रकम दो जगह भेजी गई थी। तकनीकी विश्लेषण पर पता चला कि उक्त ठगी में हिसार के अतुल शर्मा शामिल है। उसे नौ अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया। उससे पूछताछ के बाद गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

ऐसे करते थे ठगी

पूछताछ में आरोपित अतुल ने बताया कि उसके फरार साथी शिव ने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक की फर्जी वेबसाइट बनाई थी। वेबसाइट पर अपने पुराने क्रेडिट कार्ड के विवरण अपलोड करने के लिए फर्जी वेबसाइट का ¨लक पीडि़त को भेजा जाता था। वेबसाइट लिंक के साथ-साथ पीडि़त के मोबाइल फोन पर एक एप की फ़ाइल भी भेजी जाती थी। वेबसाइट के लिंक पर क्लिक करने के बाद पीडि़त के फोन में एप की फाइल अपने आप डाउनलोड हो जाती।

जब पीडि़त अपने क्रेडिट कार्ड का विवरण वेबसाइट पर भरता तो उसकी जानकारी आरोपितों के पास आ जाती। कार्ड का विवरण और ओटीपी से क्रेडिट कार्ड से नोब्रोकर, पेटीएम आदि से आरोपित लेनदेन करते थे। इसके साथ ही नकली यूपीआइ आइडी में पैसा आगे भेजे थे।

टोल फ्री नंबर का भी कर रहे थे उपयोग

आरोपितों दिल्ली के मोतीनगर इलाके में काल सेंटर भी खोल रखा था। आरोपितों ने अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक का टोल फ्री नंबर ले रखा था। यह नंबर जाइपर एप से खरीदा गया था, और पीडि़तों को नए अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक के क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए काल किए जाते थे। चूंकि नए क्रेडिट कार्ड को बनवाने के लिए मौजूदा क्रेडिट कार्ड का विवरण आवश्यक था ऐसे में पीडि़त आसानी से ठगों के झांसे में आ जाते थे।

आरोपितों से यह किया गया बरामद

  • 21 मोबाइल फोन-
  • दो लैपटाप
  • 78 सिम कार्ड
  • सात फर्जी आधार कार्ड
  • चार क्रेडिट और डेविड कार्ड
  • दो कारें

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