38 करोड़ का चेक बाउंस, धोखाधड़ी मामले में छह निदेशकों पर रिपोर्ट दर्ज
कंपनी के निदेशक मनोज गोयल ने उन्हें साढ़े पांच करोड़ रुपये के सात चेक दिए। आरोप है कि फरवरी- 2018 में सभी चेक बाउंस हो गए, जिसके बाद उन्होंने निर्माण कार्य रोक दिया।
गाजियाबाद, जेएनएन। निर्माण कार्य कराने के एवज में साढ़े पांच करोड़ रुपये नहीं देने के मामले में कोर्ट के आदेश के सात माह बाद बिल्डर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला विजयनगर थाने है, जिसके संबंध में 25 मई को न्यायालय ने थाना प्रभारी को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था। रिपोर्ट दर्ज हुई 14 दिसंबर को। मामले में धोखाधड़ी और धमकी देने की धाराओं में मैसर्स कोहिनूर बिल्डिंग एंड प्लानिंग एलएलपी के छह निदेशकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपितों में मनोज गोयल, राजीव अरोड़ा,भावना गोयल, गुलजीत सिंह, नवीन जिंदल और विकास पुंडीर शामिल हैं।
क्या है मामला
नोएडा की शिव कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक शिवदत्त शर्मा ने बताया कि बीते साल मैसर्स कोहिनूर बिल्डिंग एंड प्लानिंग एलएलपी कंपनी के साथ 25 करोड़ रुपये में डूंडाहेड़ा में एक बिल्डिंग बनाने का करार हुआ था। अल्फा हाइट्स नाम की बिल्डिंग के उन्हें 250 फ्लैट्स बनाने थे। अक्टूबर-2017 में उन्होंने निर्माण कार्य आरंभ किया और दो टावरों का बेस तैयार कर पार्किंग की दो स्टोरी बना लीं। इसमें उनका करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च हुआ।
पैसे मांगने पर दी धमकी
कंपनी के निदेशक मनोज गोयल ने उन्हें साढ़े पांच करोड़ रुपये के सात चेक दिए। आरोप है कि फरवरी- 2018 में सभी चेक बाउंस हो गए, जिसके बाद उन्होंने निर्माण कार्य रोक दिया। उन्होंने बिल्डर से पैसों के लिए कहा तो पहले वह टाल-मटोल करता रहा और फिर धमकी दे डाली।
आरोप है कि उन्हें सुंदर भाटी के नाम पर फोन कर डराया गया, जिसके संबंध में नोएडा पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर एक आरोपित को गिरफ्तार भी किया था।
पीड़ित ने पहले थाना पुलिस और फिर एसएसपी से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। इस कारण पीड़ित ने कोर्ट की शरण ली। 25 मई 2018 को सीजेएम-2 की कोर्ट ने आदेश दिया कि विजयनगर थाना प्रभारी मामले में तय धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू करें।