Good news: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे बनने के चौथे चरण का रास्ता भी हुआ साफ, सफर होगा आसान
Delhi Meerut Expressway दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के चौथे चरण में डासना से मेरठ तक होने वाले निर्माण में आने वाली सभी अड़चनों को दूर कर लिया गया है।
गाजियाबाद, जागरण संवाददाता। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के चौथे चरण में डासना से मेरठ तक होने वाले निर्माण में आने वाली सभी अड़चनों को दूर कर लिया गया है। एक्सप्रेसवे की जद में आ रहे मकान मालिकों को भी मुआवजा देकर भूमि पर कब्जा ले लिया गया। प्रशासन ने 71.14 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा लेकर एनएचएआइ को सौंप दी है। अब डासना में एनएचएआइ ने एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से शुरू कर दिया है। हालांकि एक समान मुआवजे की मांग को लेकर मोदीनगर के 13 गांवों के किसानों ने तय किया है कि आठ दिन के बाद उनकी समस्या का हल नहीं निकला तो काम को बंद करा देंगे।
एक्सप्रेसवे के चौथे चरण का काम मुआवजे के विवाद सें प्रभावित हो रहा था। कुशलिया, डासना, नाहल और रसूलपुर-सिकरौड़ा और मोदीनगर के 13 गांव इस परियोजना में रोड़ा अटका रहे थे। डासना के चार गांवों में पूर्व में हुई भूमि अधिग्रहण के दौरान गड़बड़ी की जांच शासन स्तर पर लंबित होने से कब्जा लेने में देरी हो रही थी। वहीं मोदीनगर के 13 गांवों के किसान समान मुआवजे व सर्विस रोड बनाने समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
केंद्र सरकार ने 45 दिन के भीतर योजना में आ रही अड़चनों को दूर करने के निर्देश दिए थे। जिलाधिकारी अजयशंकर पांडेय ने बताया कि प्रशासन ने बुधवार तक सभी किसानों को मुआवजा बांट दिया गया। अब किसानों की मांग पर चारों गांवों के लिंक मार्गों पर अंडर पास बनाने का काम शुरू कर दिया गया है। जिन लोगों के एक्सप्रेसवे की जद में आ रहे मकानों को तोड़ा गया था, उनको भी मुआवजा दे दिया गया है।
बता दें कि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को चार चरणों में पूरा किया जाना प्रस्तावित है। इन चार चरणों में सराय काले खां-यूपी गेट, यूपी गेट-डासना, डासना-हापुड़ व डासना-मेरठ शामिल हैं। इनमें सराय काले खां-यूपी गेट और डासना-हापुड़ के चरण का काम पूरा हो चुका है।