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पढ़िए हैरान करने वाला मामला, निगम के बहीखाते में मृत होने के इंतजार में चार हजार गोलोकवासी

दक्षिणी नगर निगम के बहीखाते में चार हजार से अधिक गोलकवासी अभी भी मृत होने के इंतजार में हैं। निगम के कागजों में ये अभी भी जिंदा हैं। इसलिए इनके मृत्यु का प्रमाण पत्र नहीं जारी किया जा रहा है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 19 Feb 2021 07:45 AM (IST)Updated: Fri, 19 Feb 2021 12:26 PM (IST)
पढ़िए हैरान करने वाला मामला, निगम के बहीखाते में मृत होने के इंतजार में चार हजार गोलोकवासी
जन्म प्रमाणपत्र जारी नहीं हो रहा इसके कारण परेशानी हो रही है।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। यह जानकर हैरानी होगी कि दक्षिणी नगर निगम के बहीखाते में चार हजार से अधिक गोलकवासी अभी भी मृत होने के इंतजार में हैं। निगम के कागजों में ये अभी भी जिंदा हैं। इसलिए इनके मृत्यु का प्रमाण पत्र नहीं जारी किया जा रहा है। हालांकि, इस कारण शोक संतृप्त परिवार दुख के इस क्षण में भी नगर निगम के चक्कर काटने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं, धरती पर किलकिलारिया ले रहे 3900 से अधिक मासूम भी अभी तक धरती पर नहीं आए हैं, इसलिए इनका जन्म प्रमाणपत्र जारी नहीं हो रहा है।

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असल में ये गड़बड़ी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए तीन माह पहले बने पोर्टल के कारण है। इस पोर्टल को वैसे तो बनाया गया कि नगर निगम क्षेत्र के निवासी घर बैठे ही जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र की सुविधा उठा सकें। पर हो रहा है ठीक उल्टा। इस पोर्टल ने तीन माह मेें अब तक 4019 मृत और 3907 बच्चों के जन्म का प्रमाणपत्र के दावे को खारिज कर दिया है। दक्षिणी निगम के मुताबिक इस वर्ष मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए 9,868 तथा 19,967 जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवेदन प्राप्त हुए थे। इस तरह मृत्यु के तकरीबन 45 फीसद तो जन्म के 20 फीसद दावे निरस्त किए गए हैं। वहीं 2,046 आवेदन अभी भी लंबित पड़े हैं।

आलम यह है कि स्थायी समिति से लेकर सदन की बैठक में इस मुद्दे को कई पार्षदों ने कई बार उठाया है लेकिन इसका समाधान नहीं हो रहा है। इसी तरह उत्तरी दिल्ली में भी बड़ी संख्या में आवेदन लंबित होने और खारिज होने के मामले हैं। माना जा रहा है आवेदन खारिज होने की बड़ी वजह ये नया पोर्टल है, जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।

जिंदा आदमी को मृत बता रहा मोबाइल मैसेज

नए पोर्टल की वजह से जिंदा व्यक्ति को मृत घोषित किया जा रहा है। दरअसल, घर परिवार में किसी की मृत्यु होने पर नए पोर्टल से आवेदन किया जाता है तो निगम की ओर उसे आपका मृत्यु प्रमाण पत्र का आवेदन मिल गया है वाक्य लिखा मैसेज भेजता है। इससे कई लोग हैैरत में पड़ जाते हैं। जब वह निगम कार्यालय पहुंचते हैं तो उनको नए पोर्टल से उत्पन्न हुई समस्या का पता चलता है। बीते दिनों स्थायी समिति के सदस्य वेदपाल ने बैठक में भी उठाया था।

पुराने पोर्टल को ही शुरू करने का सुझाव

मैंने अधिकारियों को कहा है कि नए पोर्टल की वजह से बहुत परेशानी है। इसलिए पुराने पोर्टल को ही शुरू कर दिया जाए। ताकि लोगों को परेशानी न हो।

नरेंद्र चावला, नेता सदन, दक्षिणी निगम

नए पोर्टल मेंं दिक्कत

नए पोर्टल की वजह से बहुत दिक्कत हैं। मेरे दफ्तर में बड़ी संख्या में लोग समस्या लेकर आ रहे हैं। अगर, कोई सुधार करना है तो वह बहुत ही सरल होना चाहिए।

अभिषेक दत्त, नेता कांग्रेस दल

जन्म प्रमाण

-9868 आवेदन प्राप्त हुए

-530 आवेदन लंबित हैं

-5319 प्रमाण पत्र जारी हुए

-4019 प्रमात्र पत्र खारिज कर दिए

मृत्यु प्रमाण पत्र

-19967 आवेदन प्राप्त हुए

-2046 आवेदन लंबित हैं

-14014 प्रमाण पत्र जारी हुए

-3907 आवेदन खारिज हुए

जोन के अनुसार प्राप्त आवेदन

जोन- जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र

सेंट्रल-5058-1764

नजफगढ़ -4055-2318

दक्षिणी-4264-2026

पश्चिमी-6590-3760

जोन अनुसार लंबति आवेदन

जोन- जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र

सेंट्रल-347-93

नजफगढ़-519-145

दक्षिणी-631-58

पश्चिमी-549-234

जोन अनुसार जारी किए प्रमाण पत्र

जोन- जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र

सेंट्रल- 4037-1140

नजफगढ़-2492-939

दक्षिणी-2880-1341

पश्चिमी-4605-1899

जोन अनुसार खारिज किए गए आवेदन

जोन- जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र

सेंट्रल- 674-531

नजफगढ़-1044-1234

दक्षिणी-753-627

पश्चिमी-1436-1627


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