दिल्ली: जहरीली गैस की चपेट में आने से 4 मजदूरों की मौत, मुकदमा दर्ज
दमकल की गाड़ियों ने मजदूरों को टैंक से बाहर निकाला और विभिन्न अस्पतालों में भिजवाया जहां चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। घिटोरनी इलाके के मेहता फार्म हाउस में शनिवार को सेप्टिक टैंक की सफाई करने उतरे चार मजदूरों की जहरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई। फार्म हाउस मालिक ने मजदूरों को बताया था कि यह टैंक वर्षा जल संचय (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) का है और उसमें नीचे गाद जम गई है।
मजदूर टैंक में उतरे और बेहोश हो गए। दमकल की गाड़ियों ने चारों को टैंक से बाहर निकाला और विभिन्न अस्पतालों में भिजवाया जहां चिकित्सकों ने उन्हे मृत घोषित कर दिया।
#UPDATE: Four persons dead, one injured after they fell into a harvesting tank in Ghitorni.— ANI (@ANI_news) July 15, 2017
हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों की पहचान दीपू कुमार चौबे (28), बलविंदर उर्फ बिल्लू (32), स्वर्ण सिंह (45) और अनिल कुमार (23) के रूप में हुई है। स्वर्ण सिंह का बेटा जसपाल भी मजदूरों को बचाने के दौरान बेहोश हो गया था। अस्पताल में उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई। दीपू रैन बसेरे में रहता था जबकि अन्य तीनों मजदूर छतरपुर की अंबेडकर कॉलोनी में सपरिवार रहते थे।
दक्षिणी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त ईश्र्वर सिंह के अनुसार, सुबह करीब पौने 11 बजे सूचना मिली थी कि सफाई करने के लिए सेप्टिक टैंक में उतरे चार लोग बेहोश हो गए हैं। इसकी जानकारी दमकल विभाग को भी दी गई।
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पुलिस और दमकल की टीमों ने मौके पर जाकर चारों मजदूरो को टैंक से बाहर निकाला। दीपू और स्वर्ण सिंह को फोर्टिस अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वहीं, बलविंदर को सफदरजंग अस्पताल और अनिल कुमार को एम्स ट्रॉमा सेंटर में चिकित्सकों ने मृत घोषित किया। पुलिस ने मेहता फार्म हाउस के मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सभी मजदूरों के शव अस्पतालों में सुरक्षित रखवा दिए गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद मौत का सटीक कारण पता चलेगा।
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