दिल्ली के सीमापुरी में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़, लूटपाट करने वाले चार आरोपित गिरफ्तार
शाहदरा स्पेशल स्टाफ ने शनिवार तड़के सीमापुरी क्षेत्र से मुठभेड़ के बाद लूटपाट करने के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपित गोली लगने से घायल हो गए हैं। ये आरोपित दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। शाहदरा स्पेशल स्टाफ ने शनिवार तड़के सीमापुरी क्षेत्र से मुठभेड़ के बाद लूटपाट करने के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दो आरोपित गोली लगने से घायल हो गए हैं। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में बुलंदशहर खुर्जा निवासी विक्रम सिंह उर्फ पिंटू, हाथरस निवासी शुभम चौधरी उर्फ सन्नी व हरि किशन और अलीगढ़ खैर निवासी देव कुमार उर्फ दिनेश शामिल हैं। इनसे एक पिस्टल, तीन तमंचे, 37 कारतूस, चोरी की दो मोटरसाइकिल, चार हेलमेट, हथौड़ा और पेपर स्प्रे बरामद हुआ है। ये आरोपित दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न इलाकों में वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।
शाहदरा डीसीपी आर सत्यसुंदरम ने बताया कि मानसरोवर पार्क इलाके में पिस्तौल के बल पर गत 28 जनवरी को बवाना की एक कंपनी में कलेक्शन एजेंट के तौर पर काम करने वाले व्यक्ति से मोटरसाइकिल दो बदमाशों ने तीन लाख रुपये लूट लिए थे। इस मामले में आरोपितों को दबोचने के लिए एसीपी महेंद्र सिंह की देखरेख में स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर विकास कुमार, एसआइ योगेश, विनीत, प्रशांत, एएसआइ सुखबीर, कृष्णपाल और वेदपाल समेत 16 पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई थी। इस टीम ने 160 किलोमीटर क्षेत्र में लगे एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। उससे पता चला कि आरोपित बुलंदशहर के खुर्जा से आए थे और वारदात को अंजाम देकर पुलिस की नजरों से बचने के लिए मेरठ रोड समेत कई ग्रामीण इलाकों से होते हुए वहीं लौट गए।
इस मामले में खुर्जा से जुड़े ढाई हजार से ज्यादा मोबाइल नंबरों की कार डिटेल रिकार्ड (सीडीआर) भी खंगाला गया। फिर शुक्रवार-शनिवार की दरम्यानी रात को एक गुप्त सूचना मिली कि इस वारदात को अंजाम देने वाले आरोपित सीमापुरी इलाके में आने वाले हैं। इस पर तीन टीमों को सीमापुरी 70 फुटा रोड पर सक्रिय किया गया।
पुलिस टीम ने शनिवार तड़के इस रोड पर आरोपितों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने गोलियां चलाना शुरू दिया। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने भी आरोपितों पर गोली चलाई। मुठभेड़ के दौरान आरोपित विक्रम सिंह और हरि किशन के पैर में गोली लग गई, जिससे दोनों वहीं गिर गए। इनकों काबू कर लिया गया। इनके साथी शुभम चौधरी और देव कुमार भागने लगे, पुलिस टीम ने थोड़ी दूरी पर इनको भी दबोच लिया। विक्रम पर पहले से लूट, गैंगस्टर एक्ट और जानलेवा हमला करने के आठ, शुभम पर सात, देव पर एक और हरि किशन पर छह मामले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस ने इन चारों आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमला करने का एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है।
चोरी की मोटरसाइकिल करते थे इस्तेमाल
आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह वारदात को अंजाम देने से पहले खुर्जा में एकत्र होते थे और चोरी की मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल करते थे। वारदात करने के बाद सभी अपने-अपने मोबाइल फोन बंद लेते थे, ताकि पुलिस तकनीकी सर्विलांस से उन्हें न पकड़ सके।