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सावधान! दिल्ली- NCR में धड़ल्ले से चल रहा 5 रुपये का नकली सिक्का, 4 आरोपित गिरफ्तार

5 रुपये का नकली सिक्का बनाकर मार्केट में खपाने वाला एक गिरोह फरीदाबाद की क्राइम ब्रांच बदरपुर बॉर्डर पुलिस के हत्थे चढ़ा है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Mon, 20 May 2019 03:05 PM (IST)Updated: Mon, 20 May 2019 07:02 PM (IST)
सावधान! दिल्ली- NCR में धड़ल्ले से चल रहा 5 रुपये का नकली सिक्का, 4 आरोपित गिरफ्तार
सावधान! दिल्ली- NCR में धड़ल्ले से चल रहा 5 रुपये का नकली सिक्का, 4 आरोपित गिरफ्तार

फरीदाबाद, जेएनएन। फरीदाबाद, जेएनएन। अपराध शाखा पुलिस ने 5 रुपये के नकली सिक्के बनाने और फिर सप्लाई करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक महिला सहित 4 आरोपियों को पकड़ा है और उनसे भारी मात्रा में पांच रुपये के सिक्के, मशीनें व अन्य सामान बरामद किया है।

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आरोपित पिछले दो साल से यह काम बहादुरगढ़ में गणपतिधाम क्षेत्र में कर रहे थे।  पुलिस आयुक्त संजय कुमार ने इस बाबत विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी निकली सिक्कों को ज्यादातर एनसीआर के टोल प्लाजा पर सप्लाई करते थे। टोल प्लाजा के कर्मचारियों को वाहन चालकों को खुले पैसे लौटाने होते थे, इसीलिए वो यह सिक्के ले लेते थे।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि शनिवार 19 मई को सूरजकुंड रोड पर नाका लगा था। इस दौरान पुलिस टीम को गुप्त सूचना मिली कि एक इनोवा कार आएगी, जिसमें भारी मात्रा में पांच रुपये के सिक्के थैलियों में पैक हैं। सूचना मिलने पर पुलिस टीम चौकस हो गई और कुछ देर बाद जब इनोवा कार मिली और उसे रोका कर जांच की गई, तो जांच में इनोवा कार की सीटो के नीचे 5 रुपये के सिक्कों से भरे 20 बड़े पैकेट बरामद हुए। हर पैकेट में 25 अन्य छोटे पैकेट थे, जिनमें प्रत्येक में 5 रुपये कीमत के 100 सिक्के थे।

इस पर पुलिस टीम ने कार में बैठे चार लोगों को हिरासत में ले लिया और मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है उनके नाम दीपाली, राकेश भाटी, सुभाष और नासिर शामिल हैं। ये लोग दिल्ली और यूपी के रहने वाले बताये जा रहे हैं। इन सभी के खिलाफ पुलिस ने थाना सुरजकुंड में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

एक आरोपित ने बताया कि लोहे के 5 रुपये के सिक्के पर सुनहरी निकल चढ़ा देते थे। इससे वह असली जैसे लगते थे और इन सिक्कों को बाजार में खपा देते थे। पुलिस आयुक्त ने बताया कि आरोपित दिपाली धोखा देने के नियत से आपाहिज बच्चों की देखभाल के लिए एनजीओ चलाती थी जबकि वह नकली सिक्के के गोरख धंधे में शामिल थी।

आरोपी राकेश दीपाली का ड्राइवर का काम करता है। दूसरा आरोपित नासिर भी पर्यवारण फाउंडेशन के नाम से यूपी में एनजीओ चलाता था। दीवाली के पति नीरज गोस्वामी की मुलाकात जेल मे राहुल से हुई थी। सुभाष उर्फ राहुल को नकली सिक्के बनवाने का आइडिया नरेश निवासी चरखी दादरी से मिला था। नरेश निवासी चरखी दादरी(भिवानी) भी नकली सिक्के बनाने के आरोप में कई सालों से जेल में बंद है।

आरोपितों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उनका 7 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि पुलिस रिमांड के दौरान के पता लगाया जाएगा कि आरोपितों ने अब तक किन किन राज्यों में नकली सिक्कों को बेचा है और कितने नकली सिक्के अब तक मार्केट में चला चुके हैं। फिलहाल क्राइम ब्रांच की कोशिश उन फैक्ट्रियों तक पहुंचने की है, जहां ये सिक्के बनाए जा रहे थे। 

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