धोखाधड़ी के मामले में रेनबैक्सी का पूर्व निदेशक गिरफ्तार, जानें- क्या है मामला
आर्थिक अपराध शाखा ने मंजीत सिंह को जांच में शामिल होने के लिए कई बार नोटिस भेजा, लेकिन उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया।
नई दिल्ली [जेएनएन]। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) इलाके में पृथ्वीराज रोड स्थित अपनी प्रॉपर्टी को फर्जीवाड़ा कर बेचने की कोशिश के आरोप में आर्थिक अपराध शाखा ने रेनबैक्सी के पूर्व निदेशक मंजीत सिंह को गिरफ्तार किया है।
आर्थिक अपराध शाखा ने जांच में शामिल होने के लिए उन्हें कई बार नोटिस भेजा, लेकिन उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया। बुधवार को उन्हें गिरफ्तार कर पटियाला हाउस कोर्ट स्थित मुख्य महानगर दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया। जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
Economic offence wing of Delhi Police arrests former Ranbaxy Director Manjit Singh for selling an expensive property which was mortgaged. pic.twitter.com/W3eJT9if5I— ANI (@ANI) October 25, 2017
आर्थिक अपराध शाखा के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, मंजीत सिंह रेनबैक्सी फैमिली के सदस्य हैं। वह पहले कंपनी में निदेशक के पद पर थे। एनडीएमसी इलाके में पृथ्वीराज रोड पर उनका एक बड़ा प्लॉट है। पिछले साल उसे बेचने के लिए उन्होंने ऑप्टीमस इंफ्राकॉम के सीएमडी अशोक गुप्ता से बात की थी।
प्रॉपर्टी पर बैंक लोन
254 करोड़ रुपये में प्रॉपर्टी की डील हुई थी। एग्रीमेंट में मंजीत सिंह ने बताया था कि उस प्रॉपर्टी पर कोई लोन नहीं है। सौदा तय होने पर अशोक गुप्ता ने पहली किस्त के रूप में मंजीत सिंह को 4.50 करोड़ रुपये दे दिए, लेकिन शेष रकम देने से पहले उन्हें पता चला कि उस प्रॉपर्टी पर बैंक लोन है।
मंजीत सिंह से मांगी रकम
अशोक गुप्ता ने इसकी शिकायत करते हुए मंजीत सिंह से रकम वापस करने के लिए कहा, लेकिन वह पैसे लौटाने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद पिछले साल अप्रैल में अशोक गुप्ता ने आर्थिक अपराध शाखा में उनके खिलाफ फर्जीवाड़ा का मुकदमा दर्ज करवाया दिया था।
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