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दिल्ली में खाद्य पदार्थों की कीमतें देश में सबसे कम: सिसोदिया

कोरोना के दौरान देश के पांच मेट्रो शहरों में दिल्ली में महंगाई की दर सबसे कम रही है। इस बात की जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 में दिल्ली के लिए मूल्य सूचकांक की वार्षिक रिपोर्ट जारी करने के बाद कही।

By Pradeep ChauhanEdited By: Published: Sat, 20 Nov 2021 08:40 AM (IST)Updated: Sat, 20 Nov 2021 10:13 AM (IST)
दिल्ली में खाद्य पदार्थों की कीमतें देश में सबसे कम: सिसोदिया
जब पूरे देश में महंगाई दर तेजी से बढ़ी उस दौर में सरकार ने दिल्ली में महंगाई नहीं बढ़ने दिया।

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। कोरोना के दौरान देश के पांच मेट्रो शहरों में दिल्ली में महंगाई की दर सबसे कम रही है। इस बात की जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अर्थशास्त्र और सांख्यिकी निदेशालय द्वारा वित्त वर्ष 2020-21 में दिल्ली के लिए मूल्य सूचकांक की वार्षिक रिपोर्ट जारी करने के बाद कही। सिसोदिया ने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान दिल्ली में महंगाई दर में वृद्धि तीन प्रतिशत रही, जबकि कोलकाता में 4.6 प्रतिशत, चेन्नई में 4.4 प्रतिशत, मुंबई में 4.1 प्रतिशत और बेंगलुरू में 4.0 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई।

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उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2020-21 में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स(सीपीआइ) पर आधारित औसत वार्षिक महंगाई में वृद्धि दर राष्ट्रीय स्तर पर पांच प्रतिशत रही जबकि दिल्ली में ये दर मात्र तीन प्रतिशत रही। सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के दौरान जब पूरे देश में महंगाई दर तेजी से बढ़ी उस दौर में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में महंगाई नहीं बढ़ने दिया। राष्ट्रीय वृद्धि दर से भी दो प्रतिशत कम रही दिल्ली में महंगाई दरसिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में महंगाई दर में वृद्धि राष्ट्रीय वृद्धि दर से भी दो प्रतिशत कम रही।

देश में वित्त वर्ष 2020-21 में महंगाई दर में पांच प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। देश में कोरोना के दौरान महंगाई दर में तेजी से वृद्धि हुई और सामान्य उपयोग की वस्तुओं की कीमतें बढ़ीं, लेकिन इस दौर में दिल्ली में महंगाई में वृद्धि दर पूरे देश की तुलना में काफी कम रही। दिल्ली में खाद्य पदार्थों की कीमतें देश में सबसे कम। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 में पूरे भारत में खाद्यान की कीमतों में महंगाई वृद्धि दर 5.7 प्रतिशत रही, पर दिल्ली में ये दर मात्र 4.1 प्रतिशत रही जो पूरे भारत में सबसे कम थी। केजरीवाल सरकार द्वारा समय-समय पर उठाए गए कदमों के कारण इस अवधि के दौरान दिल्ली में वस्तुओं की कीमतों में स्थिरता बनी रही और ज्यादा वृद्धि नहीं हुई।

रहने के लिए अन्य शहरों की तुलना में दिल्ली सस्ती

सिसोदिया ने कहा कि कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के हाउ¨सग इंडेक्स में वित्त वर्ष 2020-21 में पूरे भारत में 5.2 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली, लेकिन दिल्ली में ये दर केवल 3.9 प्रतिशत रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर लगातार नजर बनाए हुए है। दिल्ली सरकार बाजार हस्तक्षेप के माध्यम से वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने और स्थिर रखने के लिए समय-समय पर प्रयास करती है।


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