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'फ्लैट 1802' में ही छिपा है युवती की मौत का राज, पढ़िए- यह सनसनीखेज स्टोरी Noida News

पुलिस जांच में सामने आया है कि फ्लैट में रहने वाले जय प्रकाश ने दावा किया है कि युवती 28 जून से लापता थी। इसकी जानकारी उन्होंने उसके माता-पिता को दी थी लेकिन इसकी FIR नहीं कराई।

By Edited By: Published: Wed, 03 Jul 2019 09:23 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jul 2019 10:07 AM (IST)
'फ्लैट 1802' में ही छिपा है युवती की मौत का राज, पढ़िए- यह सनसनीखेज स्टोरी Noida News
'फ्लैट 1802' में ही छिपा है युवती की मौत का राज, पढ़िए- यह सनसनीखेज स्टोरी Noida News

नोएडा, जेएनएन। दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी के टॉवर-डी में रहने वाली युवती की मौत का राज फ्लैट नंबर 1802 में ही छिपा है। पुलिस की मानें तो युवती सोनामुनी के साथ जो कुछ भी हुआ, वह फ्लैट के अंदर या टेरेस पर ही हुआ है। युवती टॉवर-डी की 18वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 1802 में रहने वाले कुमार जय प्रकाश की घरेलू सहायिका थी और टेरेस पर बने पेंट हाउस में रहती थी। सोसायटी के लिफ्टमैन का दावा है कि टेरेस की चाबी जय प्रकाश के पास ही रहती थी। कभी -कभी लिफ्ट बंद होने पर उसे चालू करने के लिए ही लिफ्टमैन शिवशंकर कुछ देर के लिए चाबी लेता था और तुरंत जय प्रकाश को वापस कर देता था।

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सोमवार से लिफ्टमैन के पास थी टेरेस की चाबी लिफ्टमैन शिव शंकर चौधरी ने बताया कि फ्लैट नंबर 1802 के ऊपर टेरेस पर पेंट हाउस बना है। यह जय प्रकाश का ही है। रविवार को आखिरी बार जयप्रकाश ने उनसे चाबी ली थी, सोमवार को वापस साथी सुरक्षा गार्ड को चाबी देकर जयप्रकाश और उनकी पत्नी फ्लैट से बाहर चले गए थे। तभी से चाबी सुरक्षा गार्ड के पास थी।

संदेह के घेरे में जयप्रकाश
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि फ्लैट में रहने वाले जय प्रकाश ने दावा किया है कि युवती 28 जून से घर से लापता थी। इसकी जानकारी उन्होंने उसके माता-पिता को दी थी, लेकिन उन्होंने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई थी। यहां तक कि पुलिस को इसकी सूचना भी नहीं दी थी। वहीं, सोसायटी के कुछ करीबियों से उन्होंने युवती के लापता होने का जिक्र किया था। करीबियों ने उन्हें पुलिस से शिकायत करने के लिए कहा था। इसके बाद भी वह थाने नहीं गए। ऐसे में वह पुलिस की जांच के घेरे में आ गए हैं। वहीं, इस संबंध में जय प्रकाश से मोबाइल फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया। कॉल रिसीव करने वाले ने गलत नंबर बता कर बात करने से इनकार कर दिया।

रविवार से ही आ रही थी बदबू
टॉवर-डी में रहने वाले एक निवासी ने बताया कि वह पत्नी के साथ रविवार सुबह मार्निंग वॉक पर गए थे। उस दौरान हल्की दुर्गंध आई थी। उन्हें लगा कि कचरे की गाड़ी से यह दुर्गंध आ रही है और इसे गंभीरता से नहीं लिया। सोमवार को यह दुर्गंध कुछ अधिक आने लगी थी। मंगलवार सुबह दुर्गंध ज्यादा आने पर उन लोगों ने ऊपर देखा तो काफी मक्खियां दिखीं। इसके बाद मामले का पर्दाफाश हुआ।

तो नहीं मिलता सोनामुनी का शव
स्थानीय निवासियों की मानें तो सोनामुनी का शव जिस जगह पर बरामद हुआ है वह जगह काफी संकरी है। इसके कारण शव वहां फंस गया। जिसने भी इस वारदात को अंजाम दिया उसे पूरी तरह से सोसायटी के बारे में जानकारी थी। अगर शव 12 वीं मंजिल पर नहीं फंसता तो वह सीधे बेसमेंट तक पहुंच जाता। वहां पहले से ही बहुत संकरी जगह है जहां पहुंचा ही नहीं जा सकता और हमेशा अंधेरा रहता है, ऐसे में शव बरामद न होने पर लोग यही सोचते कि कोई जानवर मरा होगा।

यह है मामला
सेक्टर-76 स्थित आम्रपाली सिलिकॉन सिटी स्थित टॉवर-डी के फ्लैट-1802 निवासी कुमार जय प्रकाश की घरेलू सहायिका सोनामुनी का शव डी व सी टॉवर के बीच एक फीट चौड़े गैप में बने स्लैब पर पड़ा मिला था। एनडीआरएफ टीम ने करीब तीन घंटे चले अभियान के बाद शव को निकाला था। वह मूलरूप से कटिहार (बिहार) के मधेपुरा की रहने वाली है। जय प्रकाश भी उसके गांव के ही रहने वाले हैं। वह एक साल से उनके यहां रह रही थी।

अजय कुमार अग्रवाल (प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली सेक्टर-49) ने बताया कि युवती के फ्लैट मालिक जय प्रकाश से भी पूछताछ की गई है। उनका कहना है कि उन्हें शक था कि वह किसी युवक के साथ कहीं चली गई है। उन्होंने बदनामी की डर से पुलिस को सूचना नहीं दी थी। फिलहाल वह भी जांच के घेरे में है। युवती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत की स्थिति साफ हो सकेगी।   


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