नोएडा पुलिस का एक और कारनामा, गृह मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी की कटवा दी कार; ऐसे खुला राज
छानबीन के बाद कार मालिक ने एसएसपी से इस मामले में शिकायत की। प्राथमिक जांच में चौकी प्रभारी की संलिप्तता सामने आने पर निलंबित करते हुए इस मामले में एफआइआर दर्ज की गई है।
नोएडा, जेएनएन। गृह मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी अरविंद श्रीवास्तव की सेक्टर 98 चौकी पर खड़ी क्षतिग्रस्त कार को चौकी प्रभारी दिनेश कुमार (सब इंस्पेक्टर) ने मिस्त्री के साथ मिलकर कटवा दिया। 10 नवंबर को हुए सड़क हादसे के बाद से वह कार चौकी पर खड़ी थी। इंश्योरेंस कंपनी के सर्वेयर के पहुंचने पर वहां कार नहीं मिलने पर प्रकरण उजागर हुआ। छानबीन के बाद कार मालिक अरविंद श्रीवास्तव ने एसएसपी वैभव कृष्ण से इस मामले में शिकायत की। प्राथमिक जांच में चौकी प्रभारी की संलिप्तता सामने आने पर निलंबित करते हुए कोतवाली सेक्टर 39 में इस मामले में एफआइआर दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी अरविंद श्रीवास्तव केंद्रीय गृह मंत्रालय में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर तैनात हैं। 10 नवंबर 2018 को इनकी पत्नी हर्षरानी अपनी स्विफ्ट कार लेकर नोएडा किसी काम से आई थीं। सेक्टर 98 के पास उनकी कार का पहिया क्षतिग्रस्त होने के बाद कार पेड़ से टकरा गई थी। हालांकि हादसे में वह सकुशल बाहर निकल गई थीं, लेकिन कार पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गई थी। उन्होंने उस दौरान इस मामले में कोतवाली सेक्टर 39 पुलिस को लिखित शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई एफआइआर दर्ज नहीं की थी। इसके बाद से ही क्षतिग्रस्त कार सेक्टर 98 चौकी पर पुलिस के कब्जे में खड़ी थी।
इंश्योरेंस कंपनी के कर्मचारी को कार नहीं मिलने पर हुआ पर्दाफाश
पुलिस के अनुसार कार मालिक अरविंद श्रीवास्तव पिछले दिनों इंश्योरेंस कंपनी के सर्वेयर के साथ सेक्टर 98 पुलिस चौकी पहुंचे तो उनकी कार वहां नहीं मिली। जांच में पता लगा कि चौकी प्रभारी दिनेश कुमार ने एक मिस्त्री बॉबी के साथ मिल उस कार को कटवा दिया है। इसके बाद एसएसपी ने चौकी प्रभारी को निलंबित किया और कोतवाली सेक्टर 39 प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप सिंह की तहरीर पर विभिन्न धाराओं के तहत एफआइआर दर्ज कर जांच की जा रही है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि क्षतिग्रस्त कार चौकी से गायब होने की शिकायत की जांच के बाद कटवाने का प्रकरण सामने आया। इस मामले में विस्तृत जांच कर आरोपितों की गिरफ्तारी होगी। उधर, पुलिस सूत्रों के अनुसार चौकी प्रभारी ने चंद रुपयों के लालच में क्षतिग्रस्त कार को मिस्त्री के साथ मिलकर कटवा दिया। बताया जा रहा है कि कार कटवाने से पहले चौकी प्रभारी ने उसके संबंध में जानकारी जुटाने की कोशिश की थी, लेकिन एफआइआर दर्ज नहीं होने से पता नहीं लगा। कबाड़ी के वहां कार कटने के बाद पाट़्र्स तक बेच दिए गए थे। इस मामले में आरोपित निलंबित चौकी प्रभारी से बातचीत करने की कोशिश की गई, लेकिन बात नहीं हो सकी।