यूपीः दिल्ली से सटे नोएडा में रिश्वतखोरी में कोतवाल-SSI पर केस दर्ज, 10 पुलिसकर्मी भी फंसे
कोतवाल, एसएसआइ और 10-12 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोतवाली सेक्टर-58 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित अन्य धाराओं में केस भी दर्ज किया गया है।
नोएडा (जेएनएन)। कॉल सेंटर संचालक से 18 लाख रुपये रिश्वत लेने के आरोप में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से शिकायत के बाद एसएसपी गौतमबुद्ध नगर डॉ. अजय पाल शर्मा ने कोतवाली सेक्टर 58 प्रभारी निरीक्षक अनिल प्रताप सिंह और एसएसआइ (सीनियर सब इंस्पेक्टर) राजेश कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है। कॉल सेंटर संचालक राहुल बिष्ट की शिकायत पर कोतवाल, एसएसआइ और 10-12 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोतवाली सेक्टर-58 में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित अन्य धाराओं में केस भी दर्ज किया गया है।
एसपी सिटी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि पिछले दिनों एक व्यक्ति की शिकायत पर कोतवाली सेक्टर 58 पुलिस टीम ने सेक्टर 57 स्थित एक कॉल सेंटर पर छापेमारी की थी। इसमें शनिवार रात कॉल सेंटर संचालक राहुल बिष्ट सहित चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व आइटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।
अब कॉल सेंटर मालिक राहुल ने आरोप लगाया है कि छापेमारी के बाद उनसे पैसे की डिमांड की गई और कोतवाल के सामने एसएसआइ ने उनसे दो बार में कुल 18 लाख रुपये लिए। इसके बाद रविवार को फोन कर राहुल को बताया गया कि उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इसके बाद राहुल ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से रिश्वतखोरी की शिकायत की।
डॉ. अजय पाल शर्मा (एसएसपी गौतमबुद्ध नगर) ने बताया कि फर्जीवाड़े के मामले में कॉल सेंटर संचालक पर केस दर्ज हुआ था। अब कॉल सेंटर संचालक ने डीजीपी से शिकायत कर पुलिस टीम पर रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल प्रताप सिंह और एसएसआइ राजेश कुमार सिंह को निलंबित किया गया है।
वहीं, आरोपी अनिल प्रताप सिंह (निलंबित पुलिस निरीक्षक) का कहना है कि मैंने शनिवार को ठगी करने वाले एक कॉल सेंटर को पकड़ा था। कोतवाली सेक्टर 58 में इसकी रिपोर्ट भी दर्ज है। इससे नाराज कॉल सेंटर संचालक ने डीजीपी से मुलाकात कर मेरी शिकायत की और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। मामले में बिना जांच और पक्ष सुने कार्रवाई की गई है।