रिश्वत में कार लेने वाली महिला दारोगा समेत तीन पर FIR दर्ज, कोर्ट के आदेश हुई कार्रवाई
रबूपुरा कोतवाली में दर्ज जानलेवा हमले के एक मुकदमे में जांच अधिकारी महिला दारोगा प्रीति चहल पर बोलेरो लेने का आरोप लगा है।
नोएडा, जेएनएन। रबूपुरा कोतवाली में दर्ज जानलेवा हमले के एक मुकदमे में जांच अधिकारी महिला दारोगा प्रीति चहल पर बोलेरो लेने का आरोप लगा है। मेरठ की एंटी करप्शन कोर्ट के आदेश पर दादरी कोतवाली में यह मुकदमा दर्ज किया है। मामले में आरोपित पक्ष के भी दो लोगों पर रिपोर्ट दर्ज हुई है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने मामले की जांच सीओ दादरी अवनीश कुमार को सौंपी है। सीओ जांच के बाद रिपोर्ट एसएसपी को सौंपेंगे। उसके बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बीते साल दो सितंबर 2018 को रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र के रामपुर बांगर गांव में किसान सुंदर सिंह और परिजन बढ़ा मुआवजा देने की मांग को लेकर बिल्डर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। आरोप है कि गांव के रहने वाले गजेंद्र, आकाश, सुभाष, बृजेश, अंकित, धीरा, गजेंद्र, आकाश व जीत आदि ने वहां पहुंचकर सुंदर सिंह और उसके परिवार पर जानलेवा हमला किया।
हमले के बाद सुंदर ने रबूपुरा कोतवाली में आरोपितों पर मुकदमा दर्ज करवाया था। लेकिन पुलिस ने मामले में कार्रवाई नहीं की। जिसके चलते रबुपरा कोतवाली में तीन विवेचक बदले गए। लेकिन किसी ने जांच पूरी नहीं की।
बाद में पीड़ित की शिकायत पर मामले की जांच दादरी थाने के लिए स्थानांतरित की गई थी। तत्कालीन दादरी कोतवाली प्रभारी रामसेन सिंह ने यह जांच दारोगा प्रीति चहल को दी थी। आरोप है कि दारोगा को जांच देने के बाद कोतवाली प्रभारी और जांच अधिकारी ने उनसे एक गाड़ी मांगी। उन्होंने एक गाड़ी खरीद कर उन्हें दे दी है। आरोपितों ने पुलिस को गाड़ी देते हुए का एक फोटो भी पीड़ित पक्ष को दिया।
पीड़ित पक्ष ने यह फोटो पुलिस के आलाधिकारियों को भी भेजे थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़ित ने एंटी करप्शन कोर्ट मेरठ में आरोपितों के खिलाफ याचिका दायर की गई। याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने दादरी कोतवाली पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। मामले में दारोगा प्रीति चहल व आरोपित पक्ष के सुभाष और गजेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
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